Paris Paralympics: पेरिस पैरालिंपिक 2024 के चौथे दिन रविवार देर रात भारत ने 2 मेडल और जीते लिए। एथलीट निषाद कुमार ने हाई जंप में देर रात एक बजे भारत को सिल्वर मेडल दिलाया। उन्होंने 2.04 मीटर के अपने सीजन बेस्ट जंप के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। उनसे पहले प्रीति पाल ने विमेंस की 200 मीटर रेस में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
सुहास और नितेश कुमार बैडमिंटन के फाइनल में
रविवार को बैडमिंटन मेंस के इंडिविजुअल इवेंट में भारत के सुहास यथिराज और नितेश कुमार ने फाइनल में जगह बना ली। वहीं विमेंस इंडिविजुअल में मनीषा रामदास और नित्या श्रीसिवान ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। कंपाउंड आर्चरी में राकेश कुमार ब्रॉन्ज मेडल मैच हार गए। उनसे पहले 10 मीटर मिक्स्ड एयर राइफल में अवनी लेखरा और सिद्धार्थ बाबू क्वालिफिकेशन राउंड से बाहर हो गए। भारतीयों के लिए आज का दिन मिला जुला रहा।
भारत के खाते में अब तक 7 मेडल आए
पेरिस पैरालिंपिक के चौथे दिन भारत की झोली में 2 मेडल आए। निषाद कुमार ने मेंस हाई जंप की टी-47 कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता। वहीं, प्रीति पाल ने 200 मीटर रेस में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर छठा मेडल दिलाया। उन्होंने 100 मीटर में भी ब्रॉन्ज ही जीता था।
भारत ने अब तक 7 मेडल जीत लिए हैं। शूटिंग में 4 मेडल मिले, अवनी लेखरा ने एक गोल्ड मेडल जीता था। मनीष नरवाल ने सिल्वर दिलाया, जबकि मोना अग्रवाल और रुबिना फ्रांसिस ने शूटिंग में ही एक-एक ब्रॉन्ज जीता।
निषाद कुमार ने सीजन के बेस्ट स्कोर के साथ जीता सिल्वर
मेंस की टी-47 कैटेगरी के हाई जंप इवेंट में भारत की झोली में सिल्वर मेडल आया। निषाद कुमार ने 2.04 मीटर जंप लगाकर दूसरा स्थान प्राप्त किया। इस इवेंट का गोल्ड मेडल वर्ल्ड और पैरालिंपिक रिकॉर्ड होल्डर अमेरिका के रोडरिक टाउनसेंड ने जीता है। उन्होंने 2.12 मीटर जंप लगाकर पहला स्थान हासिल किया। जॉर्जिया के जॉर्जी मारगिव को ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। उन्होंने 2.00 मीटर ऊंची छलांग लगाई।
जानें टी-47 कैटेगरी क्या है?
भारत क निषाद कुमार ने टी-47 कैटेगरी में सिल्वर जीता। इसमें वे एथलीट्स आते हैं, जिनकी कोहनी या कलाई के नीचे के अंग काम नहीं करते। इसी तरह की दिव्यांगता में वे एथलीट्स आते हैं, जिनके दोनों पैर समान रूप से काम नहीं करते। इसी इवेंट में भारत के राम पाल 7वें नंबर पर रहे, उन्होंने 1.95 मीटर ऊंची छलांग लगाई।
प्रीति ने पर्सनल बेस्ट टाइम के साथ मेडल जीता
200 मीटर विमेंस की टी-35 कैटेगरी रेस में प्रीति ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्होंने 30.01 मीटर के पर्सनल बेस्ट टाइम के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। चीन की जिया झोऊ को गोल्ड और किआन गुओ को सिल्वर मेडल मिला।
प्रीति पैरालंपिक में दो मेडल जीतने वाली भारत की पहली प्लेयर
प्रीति ने 100 मीटर रेस में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वह ट्रैक इवेंट में भारत के लिए 2 पैरालंपिक मेडल जीतने वाली पहली ही प्लेयर हैं। प्रीति टी-35 कैटेगरी में खेलती हैं, इसमें वह प्लेयर शामिल होती हैं, जिन्हें हाइपरटोनिया, गतिभंग और एथेटोसिस जैसी बीमारी होती हैं।
राकेश कुमार ब्रॉन्ज मेडल मैच हारे
कंपाउंड आर्चरी के इंडिविजुअल इवेंट में भारत के राकेश कुमार ब्रॉन्ज मेडल मैच हार गए। उन्हें चीन के जिहाओ ही ने 147-146 के स्कोर से हरा दिया। राकेश ने शुरुआती 3 सेट में बढ़त बनाए रखी, लेकिन आखिर तक इसे कायम नहीं रख सके।
सेमीफाइनल में भी राकेश को चीनी आर्चर से ही हार का सामना करना पड़ा था। उन्हें जिनलियांग आई ने 145-143 के स्कोर से हरा दिया था। राकेश ब्रॉन्ज मेडल मैच की परफॉर्मेंस अगर सेमीफाइनल में करते तो फाइनल में पहुंच सकते थे।
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