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NHM Employees Strike Update No Work No Pay
हाइलाइट्स
- स्वास्थ्य मंत्री ने दिया अल्टीमेटम, ‘नो वर्क नो पे’
- नियमितीकरण के लिए केंद्र सरकार से सहमति की आवश्यकता
- राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप, कांग्रेस और बीजेपी के बीच विवाद
Chhattisgarh NHM Employees Strike Update: छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) ने एनएचएम कर्मचारियों (NHM Employees) को उनके हड़ताल (Strike) पर कड़ी चेतावनी दी है। राज्य सरकार ने कर्मचारियों को काम पर न लौटने पर सेवा समाप्ति (Termination Notice) का अल्टीमेटम दिया है। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें ‘नो वर्क नो पे’ का नोटिस जारी किया है।
NHM कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई
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एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल[/caption]
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल (Health Minister Shyam Bihari Jaiswal) ने कहा कि एनएचएम कर्मचारी (NHM workers) लंबे समय से हड़ताल पर हैं, जिसके कारण अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं में कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। मंत्री ने बताया कि ‘संविदा कर्मचारियों को काम न करने पर वेतन नहीं मिलता (No Work No Payment)’, और यह नियम सभी कर्मचारियों पर लागू होगा।
केंद्र सरकार की अनुमति से ही होगा नियमितीकरण
जायसवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि एनएचएम कर्मचारियों का नियमितीकरण (Regularization) भारत सरकार के अनुमोदन पर निर्भर करेगा। उन्होंने बताया कि कुछ मांगों पर सहमति दी जा चुकी है, जैसे 22% वेतन वृद्धि (22% Pay Hike), ट्रांसफर नीति (Transfer Policy) और 30 दिनों का चिकित्सकीय अवकाश (Medical Leave), लेकिन नियमितीकरण की प्रक्रिया (Regularization Process) केंद्र सरकार के निर्णय से ही संभव हो सकेगी।
कर्मचारियों से तत्काल ड्यूटी जॉइन करने की अपील
राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी के चलते सीएम साय (CM Bhupesh Baghel) से मिलने का प्रस्ताव रखा है, ताकि हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों के साथ चर्चा की जा सके। हालांकि, कर्मचारियों (Employees) ने हड़ताल खत्म करने का अभी तक कोई संकेत नहीं दिया है।
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कर्मचारी कार्यालय नहीं लौटे तो होगी सेवा समाप्ति[/caption]
राज्य में बढ़ी व्यवस्था की समस्या
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, लगभग 16,000 से ज्यादा एनएचएम कर्मचारी (NHM Health Workers) प्रदेशभर में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हुए हैं। उनका कहना है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं तो वे अपनी हड़ताल को और बढ़ा सकते हैं।
कांग्रेस और बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप
इस बीच, एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister) ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हर हिंदू (Every Hindu) में गुंडागर्दी (Hooliganism) नजर आती है। उनका कहना था कि भूपेश बघेल का बयान हिंदू समाज के खिलाफ था, और इस तरह की राजनीति करने से पार्टी को नुकसान होगा।
क्या है ‘नो वर्क नो पे’ नीति?
इस नीति के तहत, संविदा कर्मचारियों (Contract Workers) को बिना काम किए वेतन नहीं दिया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि हड़ताल (Strike) करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई (Legal Action) की जाएगी, जिससे भविष्य में ऐसा न हो।
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