रायपुर: आज से कांग्रेस अगले 3 दिन महात्मा गांधी की शरण में होगी महात्मा गांधी के सेवा आश्रम में कांग्रेस ने प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा है इस प्रशिक्षण के जरिए कांग्रेस की कोशिश गांधीवादी रीति नीति को पूरी तरह अपना कर प्रशिक्षित कार्यकर्ता तैयार करने की है।
गांधीवादी विचारधारा को लेकर सरकार चलाने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल संगठन में भी गांधीवाद को उतारना चाहते हैं। इसीलिए कांग्रेस ने तय किया है कि उनके कार्यकर्ता महात्मा गांधी के विचारों को लेकर लोगों तक जाएं। यही वजह है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने प्रशिक्षण की शुरुआत महात्मा गांधी के सेवाग्राम वर्धा आश्रम से की है। पहले दिन कांग्रेस की पूरी टीम वर्धा के लिए रवाना हुई कांग्रेसी यहां गांधीवादी रीति नीति के अलावा गांधी को करीब से जानने 3 दिन रहेंगे।
पहले दिन
देश के लिए संघर्ष और संविधान के महत्वपूर्ण विचार
कांग्रेस पार्टी पर विचार और वर्तमान स्थिति पर मंथन
दूसरे दिन
भारत निर्माण की कहानी
सरकार और संगठन को लेकर चर्चा
तीसरा दिन
मुख्यमंत्री की मौजूदगी में संगठन का प्रस्तुतीकरण
इन विचारों की ट्रेनिंग कांग्रेस अपने नेताओं को देगी, जो कि बाद में संभाग और विधानसभा वार ट्रेनिंग देकर कार्यकर्ताओं की फौज तैयार करेंगे। बीजेपी ने हाल ही में अपना प्रदेश और विधानसभा स्तर का प्रशिक्षण पूरा कर अपने कार्यकर्ताओं को ट्रेंड किया है। लेकिन बीजेपी कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर पर कटाक्ष कर रही है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और बीजेपी के बीच जंग विचारधारा की है। कांग्रेस जहां अपने आप को गांधीवादी विचारधारा का पोषक मानती है। वहीं उसकी कोशिश बीजेपी को बार-बार गोडसे की विचारधारा से जोड़ने की रहती है। ऐसे में विचारधारा को मजबूत करने की कोशिश दोनों ओर से जारी है और ये तैयारी दोनों तरफ 2023 की मानी जा रही है।