NEWS DELHI: भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में बारिश का कहर इस तरह बरपा कि पहले से कटोरा लेकर भीख मांग रहे इस देस का कटोरा तक बिकने की कगार में आ गया है। कुदरती बारिश ने ऐसा कोहराम मचा रखा है कि यहां के कई प्रांतों में फसलें बह गई हैं. आलम ये है कि यहां खाने-पीने के लाले पड़ चुके हैं। वहीं जबकि फल तो फल हैं सब्जियों के दाम तक आसमान छूने लगे हैं। रविवार को लाहौर में आम जनता को 500 रुपये किलोग्राम टमाटर और 400 रुपये किलोग्राम प्याज खरीदनी पड़ी है. इसके चलते पाकिस्तानी जनता की पहले से ढ़ीली जेब अब फट चुकी है। Flood Crisis
संकट की इस घड़ी में पाकिस्तान सरकार भारत सरकार से मदद की गुहार लगा सकती है। वहीं सूत्रों की माने तो भारत से फल-सब्जी का आयात करने की तैयारी कर रही है. इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
700 रुपये किलोग्राम तक पहुंच सकते हैं दाम Flood Crisis
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्केट के जानकारों का मानना है कि बाढ़ का संकट इसी कदर बना रहा तो आने वाले दिनों में सप्लाई और ज्यादा प्रभावित होगी, जिससे टमाटर-प्याज के दाम 700 रुपये किलोग्राम तक भी पहुंच सकते हैं.
हजारों एकड़ फसल बर्बाद PAKISTAN Flood Crisis
पाकिस्तान के बलूचिस्तान और सिंध में भारी बाढ़ आने के कारण फसल नष्ट हो गई है. सबसे ज्यादा नुकसान सब्जियों की फसल को पहुंचा है. हजारों एकड़ फसल बाढ़ में बह गई है. इसके चलते संकट पैदा हो गया है.
वाघा बॉर्डर के जरिए इंपोर्ट की तैयारी में पाकिस्तान
पाकिस्तान सरकार के सूत्रों के मुताबिक, संघीय सरकार ने अमृतसर के वाघा बॉर्डर के जरिए भारतीय बाजारों से सब्जियों का आयात करने के विकल्प पर सहमति दे दी है. फिलहाल पाकिस्तानी पंजाब के लाहौर व अन्य शहरों को अफगानिस्तान के तोराखम बॉर्डर के जरिए प्याज और टमाटर की सप्लाई मिली है.
भारत के साथ ही ईरान का भी विकल्प, लेकिन भारतीय सब्जी सस्ती
चीमा ने कहा, पाकिस्तान के सामने भारत के अलावा भारत से भी सब्जी के आयात का विकल्प है, लेकिन ईरान से बलूचिस्तान के ताफ्तान बॉर्डर के जरिए सब्जियां आयात करना बेहद महंगा है. ईरान सरकार ने इंपोर्ट और एक्सपोर्ट टैक्स में बढ़ोतरी कर दी है. इससे भी सब्जी महंगी पड़ रही है. इसके मुकाबले भारतीय सब्जी सस्ती है. इसी कारण सब्जी की कमी को पूरा करने के लिए पाकिस्तान सरकार ने भारत से आयात का निर्णय लिया है.
अब देखना होगा कि भारत पाकिस्तान की इस संकट की स्थिति में कितनी मदद करता है। नरेंद्र मोदी के पाकिस्तानी बाढ़ पीड़ितों के लिए किए गए ट्वीट से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत पाकिस्तान की मदद कर सकता है।
खास बात ये है कि अगर भारत पाकिस्तान की मदद करता है तो बदले में पाकिस्तान क्या हमेशा की तरह अहसान फरामोशी करेगा या अहसान मानेगा…..