नई दिल्ली। New Year Horoscope 2023 Vrishchik Rashi वृश्चिक राशि, राशि चक्र की आठवीं राशि है। वृश्चिक का अर्थ है बिच्छू। अंग्रेजी में इस राशि को Scorpio कहते हैं। यह राशि 210 अंश से 240 अंश तक रहती है। विशाखा नक्षत्र का अंतिम एक चरण, अनुराधा नक्षत्र के चारों चरण तथा ज्येष्ठा नक्षत्र के चारों चरण मिलकर वृश्चिक राशि का निर्माण करते हैं। इस राशि का स्वामी मंगल है। इस राशि की आकृति बिच्छू जैसी होती है। इसका स्वभाव स्थिर है। तो चलिए जानते हैं पंडित अनिल पांडे (8959594400)से कैसा रहेगा इनके लिए नया साल।
वृश्चिक राशि का स्वभाव — new year 2023
राशि की प्रकृति सोम्य है। इस राशि का तत्व जल है, गुण राजसी है जाति ब्राम्हण है। यह दिन में बलि होती है। यह उत्तर दिशा की स्वामी है। यह राशि कफ प्रकृति की है।शरीर में गुप्तांग और गुदा पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है। इस राशि के जातक दृढ़ निश्चयी तीक्ष्ण वाणी युक्त एवं स्पष्ट वक्ता होते हैं। शरीर की लंबाई एवं जननेन्द्रिय का विचार भी इस राशि से किया जाता है। वृश्चिक राशि में उत्पन्न व्यक्ति बाल्यावस्था से ही परदेश में रहने वाला, शूरवीर, अभिमानी और साहस से धन प्राप्त करने वाला होता है। इस राशि वालों के लिए शुक्र बाधक ग्रह होता है। वृष राशि बाधक राशि होती है और चंद्रमा इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
नए साल में वृश्चिक की स्थिति —
वर्ष के प्रारंभ में गुरु मीन राशि में रहेंगे। 20 अप्रैल 2023 से मेष राशि में गोचर करेंगे। 16 सितंबर 2023 से गुरु मेष राशि में वक्री होंगे तथा 23 दिसंबर से मार्गी हो जाएंगे। इसी प्रकार शनि वर्ष के प्रारंभ में मकर राशि में रहेंगे तथा 20 फरवरी को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। 19 जून से शनि कुंभ राशि में वक्री होंगे। 24 अक्टूबर से शनि कुंभ राशि में मार्गी हो जाएंगे। राहु वर्ष के प्रारंभ में मेष राशि में रहेंगे। दिनांक 28 अक्टूबर 2023 को राहु वक्री चाल चलते हुए मीन राशि में प्रवेश करेंगे तथा पूरे वर्ष भर मीन राशि में ही रहेंगे।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य, मंगल, शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे।
वृश्चिक राशि के जातक जो जनप्रतिनिधि है उनके लिए पूरा वर्ष उत्तम है। ये इस अवधि में कोई भी इलेक्शन जीत सकते हैं। जून महीने से लेकर अक्टूबर महीने तक आपको थोड़ी सी परेशानी आ सकती है। अक्टूबर माह के उपरांत जनता में उनकी मान मर्यादा बढ़ेगी।
धन उपार्जन –
वर्ष 2023 में आपको सामान्य रूप से ही धन प्राप्त होगा। अगस्त, सितंबर और अक्टूबर के महीनों में भारी मात्रा में धन आएगा। इसके अलावा फरवरी-मार्च में भी धन आएगा। आपको चाहिए कि आप इस अवधि में पर्याप्त परिश्रम करें जिससे समय अनुसार आपको अधिक धन मिल सके।
उपाय-
आपको चाहिए कि आप स्नान करने के उपरांत तांबे के पात्र में जल लेकर तथा उसमें लाल पुष्प और अक्षत डालकर भगवान सूर्य को सूर्य के मंत्रों के साथ अर्पण करें।
कैरियर-
आपका कैरियर पूरे वर्ष भर सामान्य रहे। अप्रैल माह के बाद आपको एक ऐसे व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होगा जो कार्यालय में आपकी हर तरह से मदद करेगा। अगस्त 4 सितंबर के महीने में कार्यालय में आपका रूतबा बढ़ेगा। वर्ष 2023 में आपको चाहिए कि आप अधिकारियों से व्यर्थ का वाद विवाद ना करें। अगर आप अधिकारियों से वाद-विवाद करेंगे तो आपको नुकसान भी हो सकता है।
उपाय-
आपको चाहिए कि आप शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे आटे दीपक में दीया जलाकर पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा करें।
भाग्य-
वर्ष 2023 के पूर्वार्ध में आपका भाग्य अच्छे रूप से कार्य करेगा। परंतु वर्ष के मध्य में और अंत में आपको भाग्य से आपको कम मदद मिलेगी। मई और,जून के महीने में भाग्य आपकी बहुत कम मदद करेगा। भाग्य की वजह से आप के अधिकांश कार्य रुक सकते हैं। परंतु इसका अर्थ यह नहीं है कि आप पुरुषार्थ ना करें केवल भाग्य के सहारे ही बैठ जाएं।
उपाय-
आपको चाहिए कि आप मोती की माला धारण करें।
परिवार-
वर्ष के प्रारंभ में आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। फरवरी महीने के बाद से आपके पिताजी के स्वास्थ्य में थोड़ी कमजोरी आएगी जो कि जून महीने तक चलेगी। जून महीने से आपके पिताजी का स्वास्थ्य ठीक होने लगेगा। आपका अपने भाई बहनों से संबंध सामान्य रहेगा। आपको अपने संतान से अप्रैल के महीने तक अच्छा सहयोग प्राप्त होगा।
उपाय –
घर की बनी पहली रोटी गौ माता को दें।
स्वास्थ्य-
जनवरी और फरवरी के महीने में आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। इसके उपरांत आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। जून के उपरांत आपका स्वास्थ्य ठीक होना प्रारंभ हो जाएगा। वर्ष के अंत में पुनः आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। फरवरी से जून तक तथा नवंबर और दिसंबर में आपका कोई छोटा मोटा एक्सीडेंट भी हो सकता है।
उपाय-
आपको चाहिए कि आप शनि की शांति का उपाय करवाएं।
व्यापार-
वर्ष 2023 में आपका व्यापार ठीक नहीं चलेगा। इसमें समय-समय पर तेजी आ सकती है। फरवरी-मार्च और अगस्त-सितंबर में आपके व्यापार में विशेष रुप से तेजी आएगी। आपको इस समय का विशेष रूप से उपयोग करना चाहिए। व्यापार में तेजी के लिए भाग्य का भी योगदान होता है। आपका व्यापार विशेष रुप से मई के महीने के पहले सफल होगा।
उपाय-
आपको चाहिए कि आप महीने में एक बार सत्यनारायण भगवान की कथा सुनें।
विवाह-
अविवाहित जातकों के लिए वर्ष के प्रारंभ में विवाह में बहुत बाधाएं आएंगी। आपको चाहिए कि आप इन बाधाओं से पूर्व से ही सतर्क रहें। अप्रैल के महीने में आपके पास शादी के कई प्रस्ताव आएंगे जिनका उपयोग आपको करना चाहिए।
उपाय-
किसी विद्वान ब्राह्मण से राहु के शांति का उपाय करवाएं तथा पुखराज धारण करें।
मकान,कार, जमीन आदि –
आपकी कुंडली के गोचर में सुखेश अपने भाव में फरवरी के अंत में पहुंचेगा। जिसके बाद से इस बात की पूरी संभावना होगी। कि आप अगर प्रयास करें तो मकान, कार, जमीन आज खरीद सकते हैं। जनवरी और फरवरी में भी आप सुख संबंधी कोई सामग्री खरीद सकते हैं। मई से आपकी कुंडली के गोचर के अनुसार आपके खर्चे में भी वृद्धि हो रही है।अतः इस बात की पूरी संभावना है कि खर्चे में यह वृद्धि मकान कार आदि खरीदने के कारण हो।
उपाय-
आपको हर शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा का जाप करना चाहिए।
वार्षिक उपाय-
ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं। ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं। जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको वर्ष के हर शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का जाप करना है।
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