उज्जैन में महाकाल के दर्शन करने वाले स्थानीय निवासियों के लिए मंदिर प्रबंधन ने नई व्यवस्था बनाई है। अब स्थानीय निवासियों के लिए मंदिर में प्रवेश करने पर आधार कार्ड दिखाना होगा। तभी मंदिर में प्रवेश की अनुमति मिलेगी।
इस नई व्यवस्था को लेकर मंदिर प्रबंधन समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया. इसका उद्देश्य उज्जैन के महाकाल मंदिर में स्थानीय भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करना है.
इन द्वारों से प्रवेश करेंगे स्थानीय निवासी
मंदिर की अन्य महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं सहित यह निर्णय लिया गया कि मंदिर के कुछ विशेष द्वार ही स्थानीय निवासियों के लिए खोले जाएंगे.
प्रबंधन समिति ने यह तय किया कि स्थानीय निवासियों के लिए गेट नंबर 1 या गेट नंबर 4 से श्रध्दालुओं को प्रवेश दिया जाएगा। बता दें, इस नियम की मांग महापौर मुकेश टटवाल लंबे समय से कर रहे थे।
महाकाल लोक दर्शन के लिए शुल्क
खबर है कि उज्जैन में ही भगवान महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को अब महाकाल लोक देखने के लिए शुल्क चुकाना पड़ सकता है। प्रबंध समिति महालोक में प्रवेश के लिए शुल्क और समय-सीमा तय करने पर भी विचार कर रही है।
बता दें, महाकाल-महालोक का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को किया था। इसके बाद से रोजाना हजारों भक्त महाकाल लोक देखने आते हैं।