South Indian Famous Ashoka: भारत में पुराने समय से ही हर भोजन में मीठे के तौर पर हलवा ही खाया जाता है। कह सकते हैं की किसी भी शुभ अवसर पर हलवा जरूर बनता है। लेकिन भारत के दक्षिणी भाग में अलग तरह का हलवा बनाया जाता है। जिसे अशोक हलवा कहा जाता है।
अशोक हलवा दक्षिण भारत की एक बेहद प्रसिद्ध और स्वादिष्ट मिठाई है, जिसे विशेष रूप से तमिलनाडु में त्योहारों और खास अवसरों पर बनाया जाता है। यह हलवा मुख्य रूप से मूंग दाल, घी, चीनी और इलायची के साथ तैयार किया जाता है। इसकी नरम और मलाईदार बनावट और खुशबू इसे खास बनाती है।
आज हम आपको इस दक्षिण भारतीय अशोक हलवे की रेसिपी बताएंगे।
क्या चाहिए
मूंग दाल: 1 कप, चीनी: 1 ¼ कप, घी: ½ कप, गेहूं का आटा (अवश्यतानुसार): 2 टेबलस्पून, पानी: 2 ½ कप, इलायची पाउडर: 1/2 चम्मच, केसर: 1 चुटकी (वैकल्पिक), काजू: 8-10 (कटा हुआ), किशमिश: 8-10
कैसे बनाएं
मूंग दाल को पकाना:
सबसे पहले मूंग दाल को धोकर 20-30 मिनट के लिए पानी में भिगो दें।
इसके बाद, दाल को प्रेशर कुकर में 2 ½ कप पानी के साथ 3-4 सीटी आने तक पकाएं। दाल को अच्छे से नरम और गाढ़ा कर लें ताकि वह हलवे में आसानी से मिल जाए।
घी में काजू और किशमिश भूनना:
एक कढ़ाई में 1 टेबलस्पून घी गरम करें। उसमें काजू और किशमिश डालें और सुनहरा होने तक भून लें। इन्हें अलग निकालकर रख दें।
गेहूं का आटा भूनना:
उसी कढ़ाई में 2 टेबलस्पून गेहूं का आटा डालें और हल्की आंच पर सुनहरा और खुशबूदार होने तक भूनें। यह हलवे को अच्छी बनावट देने में मदद करेगा। इसके बाद इसे एक तरफ रख दें।
हलवा तैयार करना:
अब पकी हुई मूंग दाल को एक कढ़ाई में डालें और उसमें धीरे-धीरे चीनी मिलाएं। इसे अच्छी तरह से मिलाते हुए पकाएं।
जब चीनी पूरी तरह से घुल जाए और मिश्रण गाढ़ा होने लगे, तब इसमें भुना हुआ आटा डालें और लगातार चलाते हुए पकाएं।
अब इसमें इलायची पाउडर और केसर (अगर आप डाल रहे हैं) मिलाएं।
धीरे-धीरे घी डालते जाएं और मिश्रण को चलाते रहें। घी डालने के बाद हलवे का रंग चमकदार और घी से अलग होने लगेगा।
सजावट और परोसना:
जब हलवा पूरी तरह से तैयार हो जाए, तब इसमें भुने हुए काजू और किशमिश मिलाएं।
अशोक हलवे को गरम-गरम परोसें या ठंडा होने पर भी इसका आनंद लिया जा सकता है।
टिप्स:
आप हलवे में केसर का उपयोग कर सकते हैं जिससे इसे एक सुंदर रंग और महक मिलेगी।
हलवा ज्यादा घी में पकाने से इसका स्वाद और भी अधिक बढ़ जाता है।
ये भी पढ़ें:
नवरात्रि के नौ दिनों के लिए इन खूबसूरत लहंगों को करें लिस्ट में शामिल