रायसेन। जिले के नगर दशहरा मैदान के पास संचालित होने वाले शासकीय गर्ल्स कॉलेज की बीए सेकेंड ईयर की 87 छात्राएं उद्यमिता विकास महिला सशक्तिकरण विषय में कॉलेज प्रशासन की एक लापरवाही से फेल हो गईं है। इसके विरोध में मंगलवार को कॉलेज के गेट पर छात्राओं ने धरना देकर नारेबाजी की।
ये है पूरा मामला
दरअसल जुलाई में हुई परीक्षा में कॉलेज प्रशासन ने बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी द्वारा निरस्त किया पेपर ही हल करवा लिया था। जिसके कारण कक्षा की 93 में से 87 छात्राएं फेल हो गईं। अब इस मामले में स्टूडेंट्स प्राचार्य को सस्पेंड करने की मांग कर रही हैं।
वहीं प्राचार्य ने इस पूरे गड़बड़ी का ठीकरा कॉलेज के चौकीदार पर फोड़ दिया उनका कहना है कि पेपर का बंडल चौकीदार ने लिया था इसलिए गलती उसकी है।
छात्राएं बोलीं प्राचार्य को सस्पेंड करो
वहीं छात्राएं बोलीं इस लापरवाही के लिए प्राचार्य को किया जाए सस्पेंड। साथ ही फेल हुईं छात्राओं में शामिल रितिका धाकड़ का कहना है कि लापरवाही कॉलेज की प्राचार्य विनोद सेंगर की है। इसके चलते 87 छात्राओं का भविष्य खराब हो सकता है। प्राचार्य अपनी गलती स्वीकार करने की बजाए चौकीदार को दोषी ठहरा रही हैं। छात्राओं ने प्राचार्य पर कार्रवाई की मांग की है।
प्राचार्य ने चौकीदार को ठहराया जिम्मेदार
वहीं इस मामले में कॉलेज प्राचार्य बोलीं चौकीदार ने लिए थे पेपर के बंडल इस मामले में शासकीय कन्या कॉलेज की प्राचार्य विनोद सेंगर का कहना है कि काफी वर्षों से परीक्षा के समय पेपर रात में आते हैं उस समय कॉलेज में केवल चौकीदार होता हैं। जो कि पेपर का बंडल कॉलेज में रखता है।
संभावित है कि उसने गलत बंडल उठा लिया हो, प्राचार्य ने छात्राओं की सप्लीमेंट्री की फीस जमा कर उनसे दोबारा से पेपर देने को कहा गया है।
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