नई दिल्ली। मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए स्थगित की गई चिकित्सा प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी अब तीन से पांच जून के बीच किसी भी तारीख को आयोजित की जाएगी। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शुक्रवार को यह घोषणा की।
एनटीए ने दी जानकारी
एनटीए ने यह भी कहा कि राज्य में विश्वविद्यालयीन सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी)-यूजी पांच से आठ जून और स्नातकोत्तर प्रवेश परीक्षा सीयूईटी-पीजी की परीक्षा पांच से 17 जून तक कराई जाएगी। एनटीए की वरिष्ठ निदेशक साधना पाराशर ने कहा, “एनटीए ने मणिपुर के राज्य प्रशासन के परामर्श से कानून-व्यवस्था की स्थिति की सावधानीपूर्वक समीक्षा की है और राज्य सरकार ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा(नीट)-यूजी, सीयूईटी-यूजी और सीयूईटी-पीजी के लिए उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र देने का निर्णय लिया है।” उन्होंने कहा, “परीक्षा के लिए शहर बदलने का विकल्प मणिपुर में उन उम्मीदवारों के लिए भी उपलब्ध है, जो कानून-व्यवस्था की स्थिति के कारण नीट-यूजी, सीयूईटी-यूजी में शामिल नहीं हुए हैं या चूक गए हैं, भले ही उन्होंने इन परीक्षाओं के लिये अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड किए हों या नहीं।”
हिंसा के बाद रद्द हुई थी परीक्षा
मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने को लेकर हाल में हिंसा हुई थी। इस योजना का विरोध कर रहे नगा और कुकी आदिवासियों द्वारा तीन मई को ‘जनजातीय एकजुटता मार्च’ आयोजित करने के बाद झड़पें हुईं थीं। देश भर में नीट-यूजी का आयोजन सात मई को किया गया था, जबकि सीयूईटी-यूजी 21 मई से शुरू हुआ था। जो उम्मीदवार मणिपुर में परीक्षा देने वाले थे, वे अब आइजोल (मिजोरम) कोहिमा/दीमापुर (नागालैंड), शिलांग (मेघालय), गुवाहाटी, जोरहाट और सिलचर (असम), कोलकाता (पश्चिम बंगाल), दिल्ली, बेंगलुरु (कर्नाटक) और इंफाल (मणिपुर) में परीक्षा केंद्रों का विकल्प चुन सकते हैं।
26 मई को परीक्षा सेंटर का था विकल्प
पाराशर ने कहा, “परीक्षा शहर का विकल्प 26 मई (सुबह सात बजे) से 30 मई (शाम सात बजे) की अवधि के दौरान ‘इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम’ (आईवीआरएस) सुविधा के माध्यम से मणिपुर के उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध होगा। इस संबंध में संबंधित परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र के साथ पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्रत्येक उम्मीदवार को एक संदेश भेजा जाएगा। आईवीआरएस के माध्यम से इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए उम्मीदवारों को अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर का उपयोग करना होगा।”