दुर्ग: जिले में मौजूद एनडीआरएफ की टीम की तत्परता से गंडई में दस साल के बच्चे की जान बच गई। राजनांदगांव जिले के गंडई के एक छोटे से गांव ठंडार का यह बच्चा एक पहाड़ी नाले नर्मदा में दो चट्टानों के बीच फंस गया था। स्थानीय प्रशासन ने कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली।
कई मश्क्कत के बाद मिली सफलता
ऐसे में एसडीआरएफ को सूचित किया गया। जानकारी मिलेत ही दुर्ग स्थित एनडीआरएफ की मौके पर पहुंची। यहां उन्होंने कड़ी मश्क्कत के बाद बच्चे को बचा लिया। इससे खुश होकर लोगों ने एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम को बधाई दी। लोगों का कहना है कि टीम की तत्परता के चलते बच्चे की जान बचाई जा सकी है।
इसे भी पढ़ें-यूरिया की कालाबाजारी और मिलावट बर्दाश्त नहीं ,अपराधियों पर दर्ज हों मुकदमें
मिली जानकारी के अनुसार पानी का बहाव तेज होने के कारण नाले के बीच फंसा गया था। इस वजह से ग्रामीणों ने नर्मदा एनीकट के गेट में रेत और मिट्टी से भरी बोरिया रखकर बहाव को कम किया इसके बाद एनडीआरफ की ने रेस्क्यू शुरू किए। जिस स्थान पर बच्चे का पैर फंसा था, उसके चारों ओर बंधान बनाकर पानी को 5 एचपी मोटर पम्प से निकाला गया। आटोमेटिक ड्रील मशीन से बच्चे के पैर के आसपास पत्थरों को तोड़ा गया। काड़ी मशक्कत के बाद रात को बच्चे का पैर बाहर आ गया, जिसके बाद टीम और बच्चे के परिजनों ने राहत की सांस ली।