हाइलाइट्स
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NCERT ने किताबों में किया बदलाव
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सोशल साइंस की किताबें बदलीं
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अब एक ही किताब में होंगे 3 सब्जेक्ट
NCERT: 6वीं क्लास की सोशल साइंस की किताबों में NCERT ने बदलाव किया है। अब एक ही किताब में 3 सब्जेक्ट होंगे। इतिहास, भूगोल और नागरिक शास्त्र एक ही किताब में होंगे। पहले सोशल साइंस के सब्जेक्ट के लिए 3 अलग-अलग किताबें होती थीं। NCERT के इस फैसले से अब बच्चों और पैरेंट्स को राहत मिलेगी। उन्हें 3 अलग-अलग किताबें नहीं खरीदनी पड़ेंगी।
एक ही किताब में इतिहास, भूगोल और नागरिक शास्त्र
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने 6वीं और तीसरी क्लास की किताबों में बदलाव किया है। पहले 6वीं में सोशल साइंस के सब्जेक्ट की 3 अलग-अलग किताबें होती थीं। अब इन्हें मिलाकर एक कर दिया गया है। एक ही किताब में बच्चे इतिहास, भूगोल और नागरिक शास्त्र पढ़ेंगे। तीसरी और 6वीं के बच्चों को नई किताबें मिलेंगी।
6वीं की किताबों में महाभारत-पुराण का जिक्र
6वीं की सोशल साइंस की किताब में एक स्पेशल चैप्टर 5 जोड़ा गया है। इसका नाम इंडिया, दैट इज भारत है। इस चैप्टर में भारत की उत्पत्ति पर विस्तार से चर्चा की गई है। इसमें महाभारत और विष्णु पुराण जैसे प्राचीन ग्रंथों का जिक्र है। महाभारत में कश्मीर, कुरुक्षेत्र , वंगा, कच्छ और केरल जैसे इलाकों की लिस्ट दी गई है।
कई संस्कृत के शब्द भी शामिल
NCERT ने 6वीं की किताबों में कई संस्कृत के शब्दों के सही उच्चारण के लिए विशेष चिन्हों के साथ शामिल किया है। ये चैप्टर स्टूडेंट्स को भारत के इतिहास से जोड़ने में मदद करेगा।
चैप्टर 6 में बी.बी. लाल का जिक्र
NCERT ने 6वीं की सोशल साइंस की किताब में चैप्टर 6 भारतीय सभ्यता की शुरुआत है। इसका जिक्र भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पूर्व प्रमुख बी.बी. लाल के एक उदाहरण से शुरू होता है। उन्होंने 1970 के दशक के बीच बाबरी मस्जिद में खुदाई की अगुवाई की थी। उन्हें शुरू में हिंदू मंदिर का कोई निशान नहीं मिला, लेकिन बाद में उन्होंने दावा किया कि इस स्थल पर मंदिर के स्तंभ आधार थे।
7वें चैप्टर में वेद शामिल
सोशल साइंस की किताब के 7वें चैप्टर में वेदों पर विस्तार से टिप्पणी के साथ भारत की सांस्कृतिक जड़ों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। पुराने सिलेबस में छांदोग्य उपनिषद से एक कहानी थी, लेकिन नए सिलेबस में कठोपनिषद और बृहदारण्यक उपनिषद से 2 कहानियां शामिल की गई हैं। इसमें रामायण के एक दृश्य को दर्शाती 18वीं सदी की पेंटिंग भी जोड़ी है।
इन साम्राज्यों को सिलेबस से हटाया
6वीं की नई किताब में NCERT ने प्राचीन भारतीय साम्राज्यों पर सामग्री को काफी कम कर दिया है। अशोक, चंद्रगुप्त मौर्य, गुप्त, पल्लव, चालुक्य और कालिदास की रचनाएं और साम्राज्यों की जानकारी देने वाले 4 चैप्टर हटा दिए गए हैं। सिर्फ चैप्टर 4 की समयरेखा में राजा अशोक का ही जिक्र है।
गांव, शहर और व्यापार चैप्टर भी हटाया
सोशल साइंट की पुरानी किताब में ‘गांव, शहर और व्यापार’ के चैप्टर को हटा दिया है। इसमें औजार, सिक्के, सिंचाई, शिल्प और व्यापार शामिल थे। कुतुब मीनार के लौह स्तंभ, सांची स्तूप, महाबलीपुरम मंदिर और अजंता गुफाओं की पेंटिंग जैसे ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी भी हटा दी गई है।
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NCERT निदेशक दिनेश सकलानी ने क्या कहा ?
NCERT निदेशक दिनेश सकलानी ने पुस्तक परिचय अध्याय में लिखा है कि हमने ‘बड़े विचारों’ पर ध्यान केंद्रित करके पाठ को न्यूनतम रखने की कोशिश की है। इससे हम कई विषयों , इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान या अर्थशास्त्र को एक ही विषय में संयोजित किया है।