CG Naxalites Become Police: कुछ साल पहले बदले की भावना से पुलिस पर बंदूक ताने खड़े रहने वाले दो नक्सलियों ने अपने जीवन में बड़ा बदलाव किया है। ये दो नक्सली महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जोन में सक्रिय रहते थे।
दोनों नक्सलियों (CG Naxalites Become Police) पर 12 लाख रुपए का इनाम था। दोनों ही नक्सलियों ने मुख्य धारा से जुड़ने का फैसला लिया और खुद को सरेंडर कर दिया। इसके बाद उनके जीवन और परिवार में भी बदलाव आया। अब दोनों ही जवान पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
कवर्धा: दो इनामी नक्सली बने आरक्षक, सरकार के पुनर्वास नीति के तहत किया था सरेंडर#chhattisgarhnews #Chhattisgarh #CGNews #naksali #Police pic.twitter.com/iJWHuGKiK9
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) August 19, 2024
कवर्धा जिले के दो इनामी नक्सली ने सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सरेंडर किया था। नक्सली दिवाकर पर 8 लाख रुपए का इनाम था।
वहीं नक्सली तीजू पर था 5 लाख का इनाम था। ये दोनों महाराष्ट्र–मध्यप्रदेश–छत्तीसगढ़ जोन में सक्रिय थे। दोनों ने सरेंडर कर अपने जीवन के अंधियारे को काट दिया, अब वे सुखी और खुशहाल जीवन जी रहे हैं।
कबीरधाम में आरक्षक के पद पर पदस्थ है
खूनी खेल खेलने वाले दो इनामी नक्सली (CG Naxalites Become Police) ने अपने जीवन में बदलाव लाने के लिए बहुत बड़ा निर्णय लिया। सरकार की नीतियों और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर दिवाकर ने 2022 में और तीजू ने 2021 में सरेंडर किया था। इसके बाद वे पुलिस बनने का सपना देखने लगे।
अपने परिवार को इस गरीबी के दलदल और अंधियारे से निकालने के लिए उन्होंने सरकारी नौकरी (CG Naxalites Become Police) करने की मन में ठान ली। इसके बाद जब पुलिस विभाग ने उन्हें पुलिस की नौकरी करने का मौका दिया तो वह पीछे नहीं हटे और जन सेवा करने का फैसला लिया। अब इन दोनों को कबीरधाम में आरक्षक पद पर पदस्थ हैं।
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