नई दिल्ली। कल यानि 7 अक्टूबर से Shardiye Navratra Muhurti 2021 शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो रहे हैं। लोग विभिन्न उपायों के साथ भक्ति की शक्ति में लीन हो जाएंगे। इस दिन घरों में कलश स्थापना की जाएगी। आप जानते हैं ये कलश स्थापना क्यों की जाती है। साथ ही इसका क्या महत्व क्या है। हम आपको आज बताएंगे।
वैसे तो नवरात्र नौ दिन की होती हैं। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। Shardiye Navratra muhurta 2021 इस बार शारदीय नवरात्र नौ दिन के न होेकर आठ दिन के होंगे। इसमें पंचमी और षष्ठी तिथि एक ही दिन रहेगी। ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविन्द शास्त्री के अनुसार अष्टमी सात दिन की और नंवमी आठ दिन की मनाई जाएगी।
इसलिए होती है कलश स्थापना
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार कलश में भगवान का वास होता है। विशेष रूप से इसमें गणेश जी का वास माना जाता है। गणेशजी का प्रथम पूज्य मानते हैं। अत: कलश के बिना सभी प्रकार पूजन अधूरे माने जाते हैं। इनकी स्थापना से घर में खुशियां आती हैं। साथ ही नकारात्मकता भी दूर होती है।
तिथि के क्षय होने से होगा ऐसा
ज्योतिषाचार्यों की माने तो जब एक दिन में दो तिथि एक साथ पड़ जाती है तो ऐसा होता है। इस बार भी पंचमी और षष्ठी तिथि सोमवार को एक ही दिन पड़ेगी। जिसके चलते ऐसा हो रहा है। यानि इस बार नवमें दिन विजया दशमी मनाई जाएगी। इसी के साथ नव रात्र के पर्व की समाप्ति हो जाएगी।
कब है दुर्गा पूजा व कलश स्थापना
नवरात्रि पर्व की शुरूआत कलश स्थापना से की जाती है। शरद नवरात्रि में 07 अक्टूबर 2021 को कलश स्थापना यानि घटस्थापना की जाएगी। आइए हम आपको बताते हैं कि मां के नौ दिनों में कौन से दिन का क्या मुहूर्त हैं और किस दिन मां के कौन से रूप की पूजा की जाएगी।
नवरात्रि 2021 (Navratri 2021 Start and End Date)
नवरात्रि प्रारंभ- 7 अक्टूबर 2021, गुरुवार
नवरात्रि नवमी तिथि- 14 अक्टूबर 2021, गुरुवार
नवरात्रि दशमी तिथि- 15 अक्टूबर 2021, शुक्रवार
घटस्थापना तिथि- 7 अक्टूबर 2021, गुरुवार