गोवा। नौसेना के लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान आइएल- 38 सी ड्रैगन ने 46 साल की शानदार सेवा के बाद मंगलवार को देश को अलविदा कह दिया। विमान को सेवा से हटाए जाने का समारोह गोवा के डबोलिम में आइएनएस हंसा पर आयोजित किया गया।
समारोह में नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार, आइएल- 38 स्क्वाड्रन के अधिकारी, नाविक और दूसरे गणमान्य व्यक्ति अपने परिवारों के साथ इस कार्यक्रम में मौजूद थे और विमान की सेवाओं को याद किया। आइएल-38 विमान को नौसेना के एयर स्क्वाड्रन आइएनएएस 315 में एक अक्टूबर, 1977 को शामिल किया गया था।
इसके होने से बढ़ी नौसेना की ताकत
इसके साथ ही नौसेना में लंबी दूरी के समुद्री टोही और पनडुब्बी रोधी युद्ध के आधुनिक युग की शुरुआत हुई थी। अपनी अनूठी क्षमताओं, अद्भुत कौशल और विशाल हिंद महासागर क्षेत्र को कवर करने वाली पहुंच के साथआइएल-38 एसडी ने वर्षों से खुद को नौसेना की क्षमताओं को कई गुना बढ़ाने वाला साबित किया है।