नई दिल्ली। टोक्यो खेलों में व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बने भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा और रजत पदक विजेता पहलवान रवि दहिया के नाम की सिफारिश बुधवार को खेल रत्न पुरस्कार के लिए की गई। इस बार अभूतपूर्व कुल 11 खिलाड़ियों को देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार के लिए चुना गया है।
टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन, अनुभवी हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश और महिला टेस्ट क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली के नाम की सिफारिश भी चयन समिति ने मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए की। दिग्गज सुनील छेत्री इस सम्मान के लिए चुने गए देश के पहले फुटबॉलर बने।
पिछले साल पांच खिलाड़ियों को खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया जबकि 2016 रियो खेलों के बाद चार खिलाड़ियों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया था। टोक्यो पैरालंपिक (24 अगस्त से पांच सितंबर) में हिस्सा लेने वाले पैरा खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी विचार करने के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा में विलंब किया गया। टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले निशानेबाज अवनि लेखरा और मनीष नरवाल, भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल और बैडमिंटन खिलाड़ियों प्रमोद भगत और कृष्णा नागर को भी खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया।
समिति ने अर्जुन पुरस्कार के लिए 35 खिलाड़ियों को चुना जो पिछले साल पुरस्कार के लिए चुने गए खिलाड़ियों की संख्या से आठ अधिक है। क्रिकेटर शिखर धवन, पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल, पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास यथिराज और ऊंची कूद के निषाद कुमार अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गए खिलाड़ियों में शामिल हैं। ओलंपिक में एतिहासिक कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्यों को भी अर्जुन पुरस्कार दिया जाएगा।