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National Backward Commission: राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग के नए अध्यक्ष का एलान कर दिया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर को पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनकी नियुक्ति पर मुहर लगा दी है।
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राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग का अध्यक्ष पद मिलने के बाद गंगाराम अहीर ने ट्वीट कर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा, 'राष्ट्रीय ओबीसी आयोग के अध्यक्ष का पद देने के लिए भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का हार्दिक धन्यवाद। नवीन दायित्व के जरिए पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए भरसक प्रयास कर पद के साथ न्याय करेंगे।'
https://twitter.com/ahir_hansraj/status/1596145890976096260?s=20&t=KcwBD0rEIpdP1SumaiV01g
जानें कौन है हंसराज गंगाराम अहीर
बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीति में हंसराज गंगाराम अहीर का सिक्का चलता है। वो महाराष्ट्र में हंसराज भैया के नाम से जाने जाते हैं। साल 2016 से 2019 तक उन्होंने मोदी सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का पद संभाला है। देश के चर्चित कोल ब्लॉक आवंटन घोटाले को 2014 में सामने लाने के बाद से वो लाइमलाइट में आए थे। हंसराज की ही कोशिशों का नतीजा रहा कि यह घोटाला सामने आ सका। बताया जाता है कि साल 2006 में इस घोटाले को लेकर हंसराज अहीर ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को करीब 12 से 13 पत्र लिखे। वहीं बताते चलें कि वो चार बार सांसद रह चुके है। इसके अलावा उन्हें 2011, 2012, 2013 और 2014 में संसद रत्न अवार्ड से भी नवाजे गए है।
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