हाइलाइट्स
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नर्मदा जयंती 16 फरवरी को
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कालसर्प दोष से मुक्ति के उपाय
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विष्णु पुराण में है उल्लेख
Narmada Jayanti 2024: आज 16 फरवरी को देश में नर्मदा जयंती मनाई जाएगी। प्रदेश के जबलपुर, नर्मदापुरम में नर्मदा घाटों पर विशेष आयोजन होंगे। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से व्यक्ति को कालसर्प दोष से मुक्ति मिल सकती है।
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नर्मदा जयंती पर कालसर्प दोष के उपाय
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद के अनुसार नर्मदा जयंती पर यदि आप कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए उपाय किए जाएं तो आपको इस दोष से मुक्ति मिल सकती है।
इस दिन चांदी के नाग-नागिन बनाकर उनकी पूजा करना चाहिए।
इस दिन घर में चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा बनाकर उनका अभिषेक करना चाहिए। रोजाना चांदी के नाग-नागिन का दूध से अभिषेक करें। फिर इस दूध को बहा दें। प्रतिदिन इसी तरह अभिषेक करने से आपको कालसर्प दोष से मुक्ति मिल सकती है।
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नर्मदा जयंती पर नर्मदा नदी में स्नान करने से क्या होता है
ऐसी मान्यता है कि नर्मदा जयंती पर नर्मदा नदी में स्नान करने से व्यक्ति के जीवन के सारे पाप धुल जाते हैं और उसे पुण्य की प्राप्ति होती है।
विष्णु पुराण में क्या है उल्लेख
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार नाग राजाओं ने मिलकर मां नर्मदा को वरदान दिया कि जो भी नर्मदा नदी में स्नान करेगा, उसके सार पाप खत्म हो जाएंगे और वह मोक्ष को प्राप्त करेगा।
यदि किसी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष है तो नर्मदा जयंती के दिन चांदी से बने नाग-नागिन का जोड़ा नर्मदा नदी में प्रवाहित करना चाहिए। इससे कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
नर्मदा जयंती के दिन सुबह नर्मदा नदी में स्नान के बाद पूजा-पाठ करना चाहिए। इस दिन संध्या में नर्मदा अष्टक का पाठ करके आरती करने से भी लाभ होता है।