छत्तीसगढ़। 2 जनवरी को नारायणपुर जिले में हुई हिंसा के मामले में नारायणपुर पुलिस और जिला प्रशासन ने नारायणपुर जिले के 68 गांवों के सरपंचों, गीता, पुजारियों और पटेलों के साथ बैठक की। इस बैठक के संबंध में नारायणपुर डीएम अजीत वसंत ने बताया कि हमने बैठक में शामिल सभी लोगों से आश्वासन लिया है कि वे आगे से हिंसा में शामिल न हों। इस दौरान नारायणपुर डीएम अजीत वसंत ने कहा कि आने वाले समय में हम ग्राम पंचायतों में जिला प्रशासन पर भरोसा बढ़ाने के लिए समाधान संवाद शिविर भी आयोजित करेंगे। डीएम ने कहा कि 2 जनवरी को हुई घटना की निष्पक्ष जांच की जाएगी।
वहीं इस संबंध में नारायणपुर एसपी ने कहा कि इस दौरान विकास कार्यों पर भी चर्चा की गई। उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि वे शांति से रहेंगे। हालांकि हम नियमित पेट्रोलिंग कर रहे हैं। हम 2 जनवरी की हिंसा के संबंध में सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं और अन्य इनपुट की भी जांच की जा रही है और निष्पक्ष जांच की जाएगी। बता दें कि नारायणपुर में बीते दिनों दो समुदायों के बीच विवाद को देखते हुए इस बैठक का आयोजन किया गया है। जानकारी के मुताबिक इस विवाद में पुलिस के साथ भी मारपीट की गई थी। हालांकि इस घटना के बाद पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया था। वहीं कुछ आरोपी फरार हो गए थे। पुलिस भी इस मामले में लगातर कार्रवाई में जुटी हुई थी।
इस संबंध में पुलिस के मुताबिक बीते 1 जनवरी को गोर्रा गांव में ग्रामीणों की बैठक का आयोजन किया गया था, इसी दौरान एक विशेष समुदाय द्वारा अचानक हमला कर दिया गया था। जिसमें कई ग्रामीण घायल हो गए थे। उस वक्त एसपी सदानंद कुमार ने जानकारी दी थी कि मौके पर पुलिस कर्मियों पर भी वहीं मौजूद भीड़ में हमला कर दिया था। जिसके चलते एसपी सहित अन्य पुलिस कर्मियों को गंभीर चोटें आई थीं।