इंदौर। नगर निगम इंदौर Nagriya Nikay Chunav Indore में पिछले 20 सालों से विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस में पार्षद टिकट को लेकर टेंशन शुरू हो गया है। यहां 85 वार्डों में से 42 वार्डों में महिला प्रत्याशी मैदान में उतरेंगी और कांग्रेस में महिला प्रत्याशियों की कमी नजर आ रही है। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या हर बार की तरह इस बार भी नेताओं की पत्नियां ही मैदान में होंगी।
महिला प्रत्याशी नहीं ढूंढ पा रही कांग्रेस
इंदौर नगर निगम में चार बार से मात खा रही कांग्रेस को इस बार काफी उम्मीदें लेकिन राह इतनी भी आसान नहीं है। 50 फीसदी वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित है। ऐसे में कांग्रेस के लिए महिला प्रत्याशी की तलाश करना चुनौती बन गया है।
कार्यकर्ताओं को टिकट दिए जाएं
85 में से 42 सीटों पर महिला प्रत्याशी उतारना है और यही कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गया है क्योंकि जमीन पर काम करने वाली महिला कार्यकर्ताओं ने पहले ही ये मांग रख दी है कि इस बार नेताओं की पत्नियों और बहनों को टिकट देने की बजाय जमीन पर काम करने वाली कार्यकर्ताओं को टिकट दिए जाएं।
उनका कहना है कि पिछली बार जमीन पर काम करने वाली महिला नेताओं की अनदेखी की गई थी साथ ही ये भी कहा कि नेताओं की पत्नियां चुनाव जीतने के बाद फिर कहीं नजर नहीं आतीं।
उम्मीद के साथ तैयारी में जुटी
कांग्रेस निगम पर कब्जे की उम्मीद के साथ तैयारी में जुटी है,लेकिन ये तभी मुमकिन है जब दमदार महिला प्रत्याशियों की फौज मैदान में उतरे और कांग्रेस के लिए ये बड़ी चुनौती भी साबित हो रहा है और सवाल उठ रहा है कि क्या जमीन पर काम करने वाली महिला कार्यकर्ताओं को टिकट मिलेगा या फिर नेता अपनी पत्नियों को टिकट दिलाने में कामयाब हो जाएंगे।