नई दिल्ली। शुक्रवार 13 अगस्त को नागपंचमी का त्योहार है। वैसे तो सभी लोग इस घरों और शिवालयों में पूजन करने जाएंगे। कई लोग इस दिन नागपंचमी पर कालसर्प दोष के निवारण के लिए पूजन कराते हैं। पर इसके पहले आपको ये पता होना चाहिए। आपको कालसर्प दोष है या नहीं। तो आइए हम आपको कुछ ऐसे तरीके जिससे आप पहचान सकते हैं कि आपको कालसर्प दोष है या नहीं। जाने इससे जुड़ी कुछ बातें व उपाय।
ऐसे पहचाने आपको कालसर्प दोष है या नहीं
पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार वैसे तो ज्योतिष, कुंडली में देखकर कालसर्प दोष बता देते हैं। परन्तु कुछ ऐसे लक्षण भी हैं जिन्हें पहचानकर आप कालसर्प के बारे में पता कर सकते हैं। यदि आपके काम नहीं हो रहे हैं। बनते काम बिगड़ रहे हैं। आपकी प्रगृति नहीं हो रही है। प्रतिकूल परिस्थितियां बन रहीं हैं। ये सभी लक्षण आपकी कुंडली में कालसर्प योग की ओर इशारा करते हैं।
दो प्रकार के होते हैं कालसर्प दोष
कालसर्प दोष दो प्रकार के होते हैं। ज्योतिषाचार्य रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार पूर्णं व आंशिक दो प्रकार के कालसर्प दोष होते हैं।
ऐसे बनता है कालसर्प दोष का योग
हमारी कुंडली में 9 ग्रह और 12 राशियां होती हैं। जब राहु और केतू के बीच आकर सभी ग्रह बैठ जाते हैं तो इस स्थिति को कालसर्प योग कहते हैं।
ऐसे करें निदान
वैसे तो किसी जानकार ब्राहृमण से कालसर्प दोष निवारण की पूजा कराई जा सकती है। लेकिन ऐसा न कर पाने पर जब आप स्वयं भी इसका उपाय कर सकते हैं। इसके लिए चांदी के नाग—नागिन के जोड़े को बिल्व पत्र पर रखकर शिवजी के मंदिर में भोलेनाथ की प्रतिमा पर अर्पित करें।
(नोट : यह जानकारी ज्योतिषाचार्यों से बातचीत के आधार पर दी गई है। फिर भी कुछ उपाय करने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य से संपर्क कर लें।)