हाइलाइट्स
- नर्मदापुरम पहुंचे गोकथा वाचक फैज खान
- गाय, उसके दूध, मल-मूत्र का बताया महत्व
- भारत में गोकानून बनाने की मांग की
Muslim Rashtriya Manch Demands Ban Cow Slaughter: नर्मदापुरम (Narmadapuram) में रविवार, 3 अगस्त 2025 को जय भारत मंच (Jai Bharat Manch) के स्थापना दिवस मनाया गया। जिसमें मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के गोसेवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद फैज खान (Mohammad Faiz Khan, National Convenor of Gauseva Cell of Muslim Rashtriya Manch) पहुंचे। उन्होंने कहा कि वेदों में ‘गावो विश्वस्य मातर’ कहकर गाय को विश्व की माता बताया गया है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (Muslim Rashtriya Manch)के माध्यम से उन्होंने सरकार से गो-हत्या पर प्रतिबंध (ban cow slaughter) लगाने की मांग की। मोहम्मद फैज खान (Mohammad Faiz Khan, National Convenor of Gauseva Cell of Muslim Rashtriya Manch) ने कहा कि इस पर पूरे भारत में कानून बनना चाहिए। उन्होंने गायों को ‘राजमाता’ या ‘राष्ट्र माता’ घोषित करने (Declaring cows as ‘Rajmata’ or ‘Rashtra Mata’) और गो-संरक्षण के लिए गो-अभयारण्य बनाने (Demand build cow sanctuary cow protection) की भी मांग की। मुस्लिम समुदाय (Muslim community) भी इस मुद्दे पर सरकार के साथ है। जब तक लोगों में जागरूकता नहीं आएगी, तब तक गायों की तस्करी और बिक्री बंद नहीं होगी।
सवाल: गाय का क्या है महत्व ?
जवाब: फैज खान कहते हैं कि पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब (Prophet Hazrat Mohammed Sahib) की शिक्षाओं में गाय के दूध को ‘शिफा’ (दवा), घी को ‘गवा’ (उपचार देने वाला) और मांस को बीमारी का कारण बताया है। सिख धर्म में गुरु गोविंद सिंह जी (Guru Gobind Singh in Sikhism) ने गायों की सुरक्षा पर जोर दिया और उन्हें श्रेष्ठ बताया। ईसाई धर्म में ईसा मसीह (jesus christ in christianity) का जन्म एक गौशाला में हुआ था।
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सवाल: कैसे खत्म करें गो हत्या ?
जवाब: फैज खान का मानना हैं कि अगर सभी लोग अपने-अपने धर्मगुरुओं (religious leaders) की इन शिक्षाओं का पालन करें, तो गो-सेवा का काम अपने आप शुरू हो जाएगा और गो-हत्या की समस्या खत्म हो जाएगी। उनका मानना है कि धर्मग्रंथों की इन बातों को मानकर समाज इस समस्या से मुक्ति पा सकता है।
सवाल: क्या धर्म पर राजनीति (Politics) उचित ?
जवाब: फैज खान के मुताबिक, गाय (Cow), धर्म (Religion) और राम मंदिर (Ram Mandir) जैसे विषय किसी दल के नहीं, बल्कि ‘दिल’ के विषय हैं। कुछ दल अपने स्वार्थों के लिए इन धार्मिक मुद्दों का इस्तेमाल करते हैं। राजनीति (Politics) में धर्म का होना जरूरी है, लेकिन धर्म को राजनीति (Politics) का मार्गदर्शन करना चाहिए, न कि इसका हिस्सा बनना चाहिए।
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सवाल: कौन पहने नमाज की टोपी ?
जवाब: फैज खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) द्वारा नमाज की टोपी पहनने से इनकार करने का समर्थन किया और कहा कि यह एक अच्छी बात है। उनके अनुसार, इबादत की चीजों को इबादत तक ही सीमित रखना चाहिए, और राजनीति को राजनीति तक।
अनूप पांडे जिलाध्यक्ष मनोनित किए
यह कार्यक्रम संकल्प विशेष स्कूल में आयोजित किया गया था, जहां फैज खान निशक्त बच्चों के बीच पहुंचे थे। जय भारत मंच के राष्ट्रीय महामंत्री अर्जुन सिंह ने सामाजिक चेतना और व्यक्तित्व निर्माण पर जोर दिया। इस दौरान जय भारत मंच की नर्मदापुरम जिला इकाई के लिए नए पदाधिकारियों की भी नियुक्ति की गई, जिसमें अनूप पांडे को जिलाध्यक्ष बनाया गया। कार्यक्रम के अंत में, बच्चों को भोजन कराया गया और उनका सम्मान किया गया।
कौन है मोहम्मद फैज खान (Mohammad Faiz Khan) ?
कॉलेज में थे राजनीति के प्रवक्ता
मोहम्मद फैज खान (Mohammad Faiz Khan, National Convenor of Gauseva Cell of Muslim Rashtriya Manch) मूलत: छत्तीसगढ़ के रायपुर (Raipur Chhattisgarh) के रहने वाले हैं। फैज के माता-पिता शिक्षक हैं। उन्होंने राजनीति विज्ञान (political Science) में दो बार एमए किया है। वे रायपुर के सूरजपुर डिग्री कॉलेज (Surajpur Degree College, Raipur) में राजनीति शास्त्र के प्रवक्ता थे।
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फैज ऐसे बने गो कथा वाचक
साल 2012 में गिरीश पंकज (Girish Pankaj) का उपन्यास ‘एक गाय की आत्मकथा’ (Autobiography of a Cow) पढ़ने के बाद फैज ने नौकरी छोड़ दी। गो सेवा के लिए देश के कई हिस्सों में गो कथाएं सुनाईं। एक प्रमुख ‘गौकथा वाचक’ (cow story teller) के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं।
देशभर की पैदल यात्राएं की
गो हत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए दिल्ली (Delhi) में अनशन किया। 24 जून, 2017 से 28 सितंबर, 2018 तक लेह से कन्याकुमारी (Leh to Kanyakumari) तक पैदल यात्रा की। जनवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के वैष्णो देवी (Vaishno Devi of Jammu and Kashmir) दूसरी यात्रा पूरी की।
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