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MP World Heritage Sites: ये हैं मध्य प्रदेश के खास पर्यटन स्थल, जिन्हे विश्व धरोहरों में किया गया है शामिल

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Bansal news
MP World Heritage Sites: ये हैं मध्य प्रदेश के खास पर्यटन स्थल, जिन्हे विश्व धरोहरों में किया गया है शामिल

MP World Heritage Sites: दैनिक जीवन की भाग दौड़ आधुनिकता की एक पहचान बन गई है। प्रत्येक व्यक्ति इतना व्यस्त है कि इस खूबसूरत दुनिया को महसूस करने का भी व्यक्त नहीं मिलता है।

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ऐसे में हर व्यक्ति थोड़ा वक्त निकाल कर कुछ वक्त इस खूबसूरती को देखना चाहता है।

हमारे देश भारत में ही बहुत सारे पर्यटन स्थल हैं, जहां जाकर हम इस भाग दौड़ की दुनिया से सुकून पा सकते हैं।

देश में बहुत सारे पर्यटन स्थलों को यूनेस्को ने विश्व धरोहर भी घोषित कर दिया है, जो हमारे देश के बेहद गर्व का विषय है।

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मध्य प्रदेश की अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता

आज हम आपकों भारत के मध्य प्रदेश राज्य के शीर्ष पर्यटन स्थलों के बारे बताएंगे, जिन्हे विश्व धरोहर भी घोषित किया जा चुका है।

मध्य प्रदेश अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक इमारतों, जंगलों, नदियों, पहाड़ों, किलों और गुफाओं के लिए जाना जाता है।

यदि अगर आप यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो मध्य प्रदेश जाएं और इन अद्भुत स्थानों की यात्रा करें।

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खजुराहो

[caption id="attachment_230655" align="alignnone" width="889"]MP-World-Heritage-Site Khajuraho (MP-World-Heritage-Site)[/caption]

MP World Heritage Sites: खजुराहो स्मारक समूह मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित हिंदू और जैन मंदिरों का एक समूह है।

यह स्थान यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल है और मध्य प्रदेश के सबसे लोकप्रिय ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है।

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आपको बता दें कि ज्यादातर खजुराहो मंदिरों का निर्माण 885 ईस्वी से 1000 ईस्वी के बीच चंदेला राजवंश द्वारा किया गया था।

भीमबेटका

[caption id="attachment_230658" align="alignnone" width="889"]MP-World-Heritage-Site Bhimbetka (MP-World-Heritage-Site)[/caption]

MP World Heritage Sites: पुरापाषाणकालीन पुरातात्विक स्थल भीमबेटका शैलाश्रय मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित हैं।

यह यूनेस्को की उन विश्व धरोहर स्थलों में से एक है, जिसमें सात पहाड़ियाँ और 10 किमी में फैले 750 से अधिक चट्टानी आश्रय शामिल हैं।

यहां पर मौजूद तस्वीरें मानव जीवन की उत्पत्ति के निशानों का वर्णन कर रही हैं, जिनमें सबसे पुरानी तस्वीरें करीब 30,000 साल पुरानी मानी जाती हैं।

सांची स्तूप

[caption id="attachment_230660" align="alignnone" width="889"]MP-World-Heritage-Site Sanchi Stupa (MP-World-Heritage-Site)[/caption]

MP World Heritage Sites: सांची स्तूप, बौद्ध परिसर सांची की पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। इसे साँची के बौद्ध स्मारकों में से भारत की सबसे पुरानी पत्थर संरचनाओं में से एक माना जाता है।

मध्य प्रदेश में स्थित सांची स्तूप को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल भी घोषित किया गया है।

इसके ऐतिहासिक महत्व का अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि इसकी स्थापना तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में मौर्य वंश के सम्राट अशोक ने की थी।

देखे ऐतिहासिक स्थापत्य कला

मध्य प्रदेश में स्थित ये विश्व धरोहर हमारे देश की ऐतिहासिक स्थलों की प्रामाणिकता को सिद्ध करते हैं।

यहाँ जाकर आप भारत के ऐतिहासिक स्थापत्य कला को भी देख सकते है। इन्हे देखकर आपको आश्चर्य होगा कि प्राचीन काल में भी इस तरह के निर्माण कार्य हुए है।

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