हाइलाइट्स
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एमपी विमेंस एकेडमी के चीफ कोच परमजीत का अनुबंध खत्म
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नवंबर से गायब थे एकेडमी से, ट्रेनिंग कराने नहीं पहुंचे
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कोच की मनमानी की कई शिकायतें डायरेक्ट्रेट तक पहुंची
MP Women Hockey Academy Coach Parmjeet Singh Barar Out: देश की नामी ‘एमपी विमेंस हॉकी एकेडमी ग्वालियर’ के चीफ कोच परमजीत सिंह बरार की आखिरकार एकेडमी से छुट्टी हो गई यानी खेल विभाग ने उनका अनुबंध समाप्त कर दिया है। वहीं नये चीफ कोच की तलाश शरू कर दी गई है।
यहां बता दें, एक साल से कोच का परफॉरमेंस खराब रहा, इतना ही नहीं उन्होंने अपने 18 साल के असिस्टेंट कोच से चीफ कोच तक के दौर में ढेरों फर्जीवाड़े किए हैं। जो जांच में परत-दर-परत खुलेंगे।
8 महीने से गायब थे
एकेडमी के चीफ कोच परमजीत सिंह नवंबर 2025 से गायब थे। खेल विभाग के अनुसार, अप्रैल 2025 से उनका कोई पता नहीं था। यानी चार महीने से एकेडमी दो सहायक कोच के भरोसे चल रही थी। इस दौरान विभाग ने भी एकेडमी में ट्रेनिंग को लेकर कोई नई व्यवस्था नहीं की। सूत्र बताते हैं कि कोच अपनी इंपोर्टेंस बनाए रखने के लिए एकेडमी के असिस्टेंट कोचों को गलत पाठ पढ़ाता रहा। जिससे एमपी हॉकी विमेंस टीमों का परफॉरमेंस नेशनल हॉकी टूर्नामेंट में खराब हो गया।
सूत्र बताते हैं चीफ कोच परमजीत ग्वालियर से बाहर रह कर साजिश रचता रहा। साजिश भी ऐसी, जिसे जानकर पूरा मध्यप्रदेश हॉकी जगत दुखी है। इतना ही नहीं इस साजिश की भनक हॉकी एमपी (प्रदेश में हॉकी की संचालक) के अधिकारियों को भी पता चल गया है। इंटरनल स्तर पर जांच चल रही है। जिसके परिणाम आने पर एकेडमी के अन्य कोचों पर भी गाज गिर सकती है।
मई में एकेडमी से अनुबंध समाप्त
खेल एवं युवा कल्याण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जून से कोच परमजीत सिंह को अनुबंध नहीं बढ़ाया गया है। एक आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, एकेडमी के अटेंडेंस रजिस्टर से अब परमजीत का नाम हटा दिया गया है। रजिस्टर में अब सिर्फ नेहा रावत, वंदना उईके, आकांक्षा परमार, विजय विगनेस और अविनाश राजावत के नाम दर्ज हैं। हालांकि, इनमें से सिर्फ नेहा, आकांक्षा और विजय एकेडमी से सीधे जुड़े हैं। वंदना एक्सीलेंस सेंटर और विजय राजावत दूसरी योजना से संबंधित सेंटर के कोच हैं।
2.75 लाख वेतन-भत्ते
एकेडमी के चीफ कोच परमजीत सिंह बरार के वेतन और भत्ते करीब 2.75 लाख रुपए महीना थे। इसमें वेतन (मानदेय) 2.25 लाख और भत्ते 50 हजार रुपए थे। इसके अलावा अवैधानिक रूप से एकेडमी में आवास और भोजन की व्यवस्था भी मिली हुई थी। सूत्र बताते हैं कोच को दी जाने वाली यह बड़ी राशि हर महीने खेल विभाग से जारी हो रही थी।
कनाडा से कोच ने कहा- कब की छोड़ दी एकेडमी
एमपी विमेंस एकेडमी के चीफ कोच परमजीत सिंह आजकल कनाडा में हैं। उन्होंने बंसल न्यूज डिजिटल से हुई बातचीत में बताया कि मैंने तो कब की एकेडमी छोड़ दी। मई में अनुबंध खत्म हो गया। उसके बाद अनुबंध बढ़ा ही नहीं। …बहुत हो गया। कोच ने बताया कि मैं अभी कनाडा में हूं।
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