MP Weather Update: झारखंड के पास बना गहरे अवदाब का क्षेत्र आगे बढ़कर उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश और उससे लगे उत्तर प्रदेश पर सक्रिय है. इसके प्रभाव से पूरे मध्य प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला जारी है. विशेषकर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में कई इलाकों में शनिवार-रविवार की दरमियानी रात अतिवृष्टि हुई। सबसे अधिक 235.4 मिलीमीटर (9 इंच से अधिक) वर्षा कटनी में हुई। बता दें कि इस सीजन में एक जून से चार अगस्त की सुबह साढ़े आठ बजे तक मप्र में 593.1 मिमी वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य वर्षा (495.2 मिमी) की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है.
पूर्वी मप्र में 639.1 मिमी बारिश हुई
इसमें पूर्वी मध्य प्रदेश में अब तक 639.1 मिमी वर्षा हुई, जो सामान्य वर्षा (544.3 मिमी.) के मुकाबले 17 प्रतिशत अधिक है. पश्चिमी मप्र में अभी तक 557.8 मिमी वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा (457.4 मिमी.) के मुकाबले 22 प्रतिशत अधिक है। उधर, भोपाल में रविवार शाम साढ़े पांच बजे तक इस सीजन की कुल 1062.7 मिमी वर्षा हो चुकी है, जो सीजन की सामान्य वर्षा 1051.4 मिमी के मुकाबले 11.3 मिमी अधिक है.
इन शहरों में अति भारी बारिश की संभावना
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सोमवार को सागर, ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग के जिलों में कई स्थानों पर एवं ग्वालियर, इंदौर संभाग के कुछ स्थानों पर अति भारी वर्षा होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, गहरा अवदाब का क्षेत्र वर्तमान में उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश और उससे लगे उत्तर प्रदेश पर सक्रिय है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर भी कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है.
पिछले 24 घंटों में रविवार सुबह तक कई शहरों में हुई अतिवृष्टि
पिछले 24 घंटों के दौरान रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक कटनी में 235.4 मिलीमीटर, पन्ना के राजपुरा में 211, सागर में गढ़ाकोटा में 190.8, मैहर के रामनगर में 187.2, जबलपुर के बरघी में 186.2, उमरिया के चांदिया में 182.2, शहडोल के जयसिंह नगर में 175, सिंगरौली के देवसर में 167.2, दमोह के तेंदूखेड़ा में 165.8, विदिशा के पठारी में 156, मंडला के बिछिया में 155.6, रीवा के गुढ़ में 145, सीधी के रामपुर नैकिन में 136.5 मिमी. वर्षा हुई.
अबतक कहां कितनी हुई बारिश
बता दे कि 1 जून से 3 अगस्त तक मानूसनी सीजन में अब तक प्रदेश में औसत से 14% अधिक बारिश हुई । पूर्वी एमपी में औसत से 6% अधिक तो पश्चिमी एमपी में औसत से 21% अधिक पानी गिर चुका है। भदभदा और कलियासोत के अलावा बरगी और तवा डैम के 9-9 गेट खोल दिए गए है।