MP Weather Update: मध्य प्रदेश में मौसम की गतिशील है। एक साथ 4 मौसमी सिस्टम एक्टिव हैं। जिससे प्रदेश के आधे से ज्यादा हिस्से में बारिश की संभावना है। गहरा कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी मध्य प्रदेश के आसपास बना हुआ है, जिसके कारण पूर्वी और उत्तरी मध्य प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में भारी वर्षा की संभावना है, जबकि जबलपुर, शहडोल और भोपाल संभाग में मध्यम बारिश के आसार हैं।
इन मौसम प्रणालियों का प्रभाव
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में एक ट्रफ लाइन, एक ऊँचाई पर बना विक्षोभ, और दो अन्य मौसम प्रणालियाँ एक साथ मिलकर बारिश का माहौल बना रही हैं। इन प्रणालियों का संगम राज्य के कई हिस्सों में बारिश को प्रेरित कर रहा है। विशेष रूप से ग्वालियर, सागर, चंबल, रीवा, उज्जैन, और नर्मदापुरम जैसे जिलों में भारी वर्षा की संभावना है।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट जारी
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र ने 14 जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में ग्वालियर, सागर, कटनी, छिंदवाड़ा, दमोह, और मंडला शामिल हैं। इन क्षेत्रों में 24 से 48 घंटों के भीतर 100 मिमी तक वर्षा हो सकती है। इससे बाढ़ और जलभराव की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है। इस दौरान तापमान अधिकतम 25-30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है, जबकि न्यूनतम तापमान 20-22 डिग्री सेल्सियस के आस-पास हो सकता है। हल्की से मध्यम हवा चलने की संभावना है, जिसकी गति 15-20 किमी प्रति घंटे हो सकती है।
मध्य प्रदेश में इस सीजन 10 प्रतिशत ज्यादा बारिश
में अब तक बारिश के आंकड़े सामान्य से अधिक रहे हैं। राज्य में औसत वर्षा लगभग 1000 मिमी से ज्यादा हुई है। जो पिछले साल की तुलना में 10-15% अधिक है। ग्वालियर में लगभग 450 मिमी, सागर में 550 मिमी, छिंदवाड़ा में 700 मिमी, जबलपुर में 600 मिमी और उज्जैन में 500 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। कई जिलों में, जैसे नर्मदापुरम और कटनी, बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई है, जिससे फसलों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। आगामी दिनों में और अधिक बारिश की संभावना है, जिससे कुल वर्षा के आंकड़े और बढ़ सकते हैं।