भोपाल। मध्यप्रदेश में जारी वैक्सीनेशन महाअभियान के बीच वैक्सीन की किल्लत देखने को मिल रही है। प्रदेश में वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया है। ऐसे में वैक्सीनेशन महाअभियान पर 12 से 14 जुलाई तक रोक लगाई जा रही है। हालांकि इस दिन जिले में उपलब्ध स्टॉक से वैक्सीन लगाया जाएगा। इस संबंध में राज्य टीकाकरण अधिकारी द्वारा सभी सीएमएचओ और जिला टीकाकरण अधिकारियों को निर्देश भेज दिए गए हैं। निर्देश में लिखा गया है कि 12 से 14 जुलाई को जिलों में सरकार की तरफ से वैक्सीन नहीं भेजी जाएगी। 12 से 14 जुलाई तक जिलों में उपलब्ध स्टॉक से ही वैक्सीनेशन किया जाएगा। वहीं 13 जुलाई को प्रदेश में नियमिक टीकाकरण जारी रहेगा। राज्य सरकार द्वारा वैक्सीन की कमी के कारण वैक्सीनेशन महाअभियान पर रोक लगाई गई है। लेकिन इस दौरान वैक्सीन के कोल्ड चेन उपकरणों और वैक्सीन के रखरखाव का कार्य किया जाएगा।
राजधानी में 6 हजार लोगों को लगेगी वैक्सीन
सोमवार को राजधानी भोपाल में 6 हजार लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। जिसमें 3 हजार कोवीशील्ड के पहले और दूसरे डोज लगाए जाएगे। वहीं कोवैक्सिन का सिर्फ दूसरा डोज ही लग सकेगे। बता दें कि पूरे प्रदेश में अब तक 2 करोड़ 39 लाख 34 हजार 746 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। इसमें पहला डोज लगाने वालों की संख्या 2 करोड़ 1 लाख 43 हजार 708 है तो वहीं दूसरा डोज लगवाने वालों की संख्या37 लाख 91 हजार 38 है।
तीन महीने बाद लग सकेगा वैक्सीन
वैक्सीनेशन को लेकर राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला का कहना है कि कोविड से संक्रमित होने वाले व्यक्ति निगेटिव होने के तीन महीने बाद वैक्सीन लगवा सकते हैं। अगर आप वैक्सीन का पहला डोज लेने के बाद संक्रमित हुए हैं तो निगेटिव होने के तीन महीने बाद वैक्सीनेशन करवा सकते हैं।