भोपाल। प्रदेश में उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनावों को लेकर तैयारी तेज हो गई है। वहीं प्रदेश समेत पूरे देश की सियासत इन दिनों गर्माई हुई है। प्रदेश में होने वाले उपचुनावों में 8 अक्टूबर तक नामांकन भरे जा सकते हैं। ऐसे में संभावित प्रत्याशियों ने अपने-अपने सूत्र लगाने शुरू कर दिए हैं। खंडवा लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रबल दावेदार माने जा रहे अरुण यादव दिल्ली पहुंच गए हैं। गुरुवार को अरुण पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यादव प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक से भी मुलाकात कर सकते हैं। बता दें कि उपचुनाव की चारों सीटों में से खंडवा सीट सबसे अहम मानी जा रही है। यहां कांग्रेस का प्रबल दावेदार अरुण यादव को माना जा रहा है। साथ ही बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा अपने परिवार और राजनारायण सिंह का नाम भी संभावित उम्मीदवारों में आ रहा है। खंडवा चुनाव के लिए कांग्रेस ने पूर्व मंत्री मुकेश नायक को प्रभारी व राजकुमार पटेल को सह प्रभारी बनाया है। दोनों नेता पार्टी प्रत्याशी, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय का काम करेंगे। बता दें कि प्रदेश की तीन विधानसभा सीट और लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं। इसको लेकर दोनों ही पार्टियां पहले से ही तैयारी में जुटी हैं। अभी तक दोनों ही पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है।
इन सीटों पर होगा चुनाव
प्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट (Khandwa Loksabha Seat Upchunav) और पृथ्वीपुर (Prathvipur Vidhansabha Upchunav), जोबट (Jobat Vidhansabha Upchunav) और रैगांव विधानसभा सीटों (Raigaon Vidhansabha Upchunav) पर उपचुनाव होना है। खंडवा सीट पर भाजपा ने कद्दावर नेता नंदकुमार सिंह चौहान बीते चुनावों में लोकसभा सांसद चुने गए थे। बीते महीनों में नंदकुमार सिंह चौहान का निधन हो गया था। इसके बाद से यह सीट खाली है। वहीं कोरोना की दूसरी लहर में निवाड़ी पृथ्वीपुर से कांग्रेस विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह (Brajendra Pratap Singh), जोबट से कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया (Kalawati Bhuriya) और रैगांव से भाजपा विधायक जुगल किशोर बागरी का निधन हो गया था। इसके बाद से ये सीटें खाली पड़ी हैं।