हाइलाइट्स
- आलोट बीजेपी विधायक ने बजट सत्र में अपनी सरकार को घेरा था
- अब प्रदेश बीजेपीन विधायक को शो कॉज नोटिस थमा दिया है
- उज्जैन सिंहस्थ में जमीन अधिग्रहण को लेकर सवाल किया था
MP BJP MLA Notice: मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के आलोट बीजेपी विधायक चिंतामणि मालवीय को विधानसभा में अपनी सरकार से सवाल पूछना महंगा साबित हो गया। इसे बीजेपी ने गंभीरता से लिया और विधायक मालवीय को पार्टी ने शो कॉज नोटिस जारी कर दिया। मालवीय ने विधानसभा के बजट सत्र में उज्जैन सिंहस्थ क्षेत्र में जमीनों की स्थाई अधिग्रहण को लेकर मुद्दा उठाया था।
विधायक के सवाल से सरकार कटघरे में, नोटिस जारी
अपने ही पार्टी के विधायक के सवाल से सरकार कटघरे में आ गई। मामले की जानकारी केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंची, इसके बाद प्रदेश नेतृत्व की ओर से विधायक चिंतामणि मालवीय को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
पार्टी ने विधायक से 7 दिन में मांगा जवाब
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की ओर से जारी हुए नोटिस में लिखा गया है कि चिंतामणि मालवीय के ताजा बयानों और कृत्यों की वजह से पार्टी की प्रतिष्ठा प्रभावित हो रही है। नोटिस में विधायक चिंतामणि मालवीय को 7 दिनों में जवाब देने के लिए कहा गया है।
आलोट विधायक बोले- किसानों को जमीन के स्थायी अधिग्रहण का नोटिस
बजट पर बोलते हुए आलोट से बीजेपी विधायक चिंतामणि मालवीय ने कहा- मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने 2 हजार करोड़ रुपए उज्जैन सिंहस्थ के लिए रखे हैं, उज्जैन उन पर अभिमान करता है।
उज्जैन उनको अपना नेता मानता है, उज्जैन को गर्व है कि मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री उज्जैन से है। लेकिन, आज उज्जैन का किसान बहुत डरा और परेशान है। क्योंकि, सिंहस्थ के नाम पर उसकी जमीन पहले केवल 3-6 महीनों के लिए अधिग्रहित की जाती थी, लेकिन आज उन्हें स्थायी अधिग्रहण का नोटिस दिया गया है।
विधायक मालवीय ने यह भी कहा
विधायक मालवीय ने आगे कहा, पता नहीं किस अधिकारी ने यह विचार रखा है कि, स्पिरिचुअल सिटी (आध्यात्मिक नगरी) बनाएंगे। मैं बताना चाहता हूं कि स्प्रिचुअलिटी किसी सिटी में नहीं रहती है। वह तो त्याग करने वाले लोगों से होती है। हम क्रांक्रीट के भवन बनाकर स्पिरिचुअल सिटी नहीं बना सकते।
Tomato Prices in MP: मध्यप्रदेश के किसानों की मुश्किलें, टमाटर की बंपर पैदावर, लेकिन दामों में भारी गिरावट
Tomato Prices in MP: मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के किसान दीपक गेहलोद ने इस साल आठ एकड़ में टमाटर की खेती की। तीन महीने की मेहनत के बाद जब फसल तैयार हुई और मंडियों में बिकने पहुंची, तो उन्हें टमाटर के दाम सुनकर सदमा लगा। प्रति एकड़ 1 लाख रुपए तक खर्च करने के बावजूद, टमाटर का भाव महज 1 से 2 रुपए प्रति किलो मिल रहा है। मजबूरन, दीपक को अपनी फसल मवेशियों को खिलानी पड़ रही है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…