हाइलाइट्स
- मछली परिवार से मिले सुराग पर टीकमगढ़ में कट्टा फैक्टरी का भंडाफोड़
- कोकता में सरकारी जमीन पर 6 एकड़ अतिक्रमण हटाने की तैयारी
- प्रशासन ने नोटिस जारी कर अतिक्रमणकारियों को अपना पक्ष रखने का मौका दिया
Katta Factory Busted Bhopal: राजधानी भोपाल में क्राइम ब्रांच और प्रशासनिक अमले की हालिया कार्रवाई ने अपराध और अतिक्रमण के बड़े नेटवर्क की पोल खोल दी है। एक तरफ क्राइम ब्रांच ने कुख्यात मछली परिवार से मिले सुराग के आधार पर टीकमगढ़ जिले में चल रही अवैध कट्टा फैक्टरी का भंडाफोड़ किया, तो वहीं दूसरी ओर शहर के कोकता क्षेत्र में पशुपालन विभाग की जमीन पर बड़े पैमाने पर कब्जे का मामला सामने आया है।
मछली परिवार से मिला सुराग, कट्टा फैक्टरी का पर्दाफाश
क्राइम ब्रांच ने रविवार को टीकमगढ़ जिले के जतारा थाना क्षेत्र के रामगढ़ गांव में छापा मारकर अवैध हथियार बनाने की फैक्टरी पकड़ी। इस फैक्टरी का खुलासा राजधानी के हाईप्रोफाइल ड्रग तस्करी, यौन शोषण और जमीन कब्जे जैसे मामलों में कुख्यात मछली परिवार से पूछताछ के बाद हुआ। फैक्टरी से तमंचे और कट्टा बनाने के उपकरण जब्त किए गए हैं। मौके से आरोपी सुरेंद्र विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया गया, जो लंबे समय से हथियार तस्करी में सक्रिय बताया जा रहा है।
क्राइम ब्रांच की सात सदस्यीय टीम ने एएसपी शैलेंद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में इस ऑपरेशन को पूरी गोपनीयता के साथ अंजाम दिया। पहले टीम चंदेरी पहुंची थी, लेकिन वहां आरोपी हाथ नहीं लगा। मोबाइल लोकेशन बदलने पर टीम रामगढ़ पहुंची और आरोपी को धर दबोचा। शुरुआती जांच में सामने आया कि यहां बने हथियार भोपाल और आसपास के जिलों में सप्लाई किए जाते थे। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इस नेटवर्क से जुड़े और भी कई नाम सामने आ सकते हैं।
कोकता में सरकारी जमीन पर है अतिक्रमण
इसी बीच प्रशासन ने कोकता क्षेत्र में पशुपालन विभाग की 99 एकड़ जमीन का सीमांकन कराया, जिसमें करीब 6 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण पाया गया। एसडीएम गोविंदपुरा रविश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रिपोर्ट सोमवार को कलेक्टर को सौंपी जाएगी और इसके बाद अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए जाएंगे।
जांच में सामने आया कि चार कॉलोनियों के साथ-साथ नगर निगम की दुकानों, एक स्कूल, पेट्रोल पंप और कई प्लॉट व मकानों के हिस्से कब्जे में पाए गए हैं। कुल मिलाकर लगभग 40 प्लॉट और कॉलोनियों के मुख्य मार्ग अतिक्रमण की जद में आए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि नोटिस मिलने के बाद संबंधित लोगों को अपना पक्ष रखने का अवसर दिया जाएगा और जमीन से जुड़े सभी कागजात पेश करने होंगे।
बताते चलें कि अवैध अतिक्रमण की जद में मछली परिवार का घर भी आया था। यहां उन्होंने सालों से अवैध कब्जा जमाकर रखा था। इस कार्रवाई के बाद अवैध अतिक्रमण को लेकर प्रशासन की कार्रवाई तेज हुई है।
कार्रवाई के पीछे प्रशासन का सख्त रुख
पशुपालन विभाग की चारागाह की करीब 50 एकड़ और गोकुल संस्थान की 10 एकड़ जमीन फिलहाल खाली है। प्रशासन का कहना है कि विभाग चाहे तो इस पर तत्काल अपना काम शुरू कर सकता है। यह कार्रवाई महली परिवार से जुड़े कब्जे हटाने के बाद और तेज हो गई है।
भोपाल में क्राइम ब्रांच ने मछली परिवार से मिले सुराग पर टीकमगढ़ में अवैध कट्टा फैक्टरी पकड़ी, वहीं प्रशासन ने कोकता क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तेज की।