भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर कहा है कि मध्य प्रदेश के सभी स्कूलों में कक्षा एक से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ फिर शुरू करने का आदेश लागू कर दिया गया हैं । आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। सोमवार से मध्य प्रदेश के स्कूल सभी विद्यार्थियों के लिए खुल जाएंगे। स्कूलों में शिक्षकों और विद्यार्थियों को मास्क लगाने और शारीरिक दूरी का पालन करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ संचालित किए जाएंगे
मध्य प्रदेश सरकार ने कक्षा 1 से 12 तक के स्कूलों, आवासीय स्कूलों और छात्रावासों को 100% उपस्थिति के साथ फिर से खोलने का फैसला किया है. कोविड के संक्रमण की मौजूदा स्थिति को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. सभी स्कूल/आवासीय स्कूल हॉस्टल कक्षा 01 से 12 तक सभी कक्षाओं के लिए शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ संचालित किए जाएंगे।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कोविड-19 संक्रमण की वर्तमान स्थिति को देखते हुए नवीन दिशा-निर्देश जारी
1. समस्त विद्यालय / आवासीय विद्यालय / छात्रावास कक्षा 01 से 12वीं तक की समस्त कक्षाओं के लिए शत प्रतिशत उपस्थिति के साथ संचालित होंगे। pic.twitter.com/NEf9NWRyjQ
— School Education Department, MP (@schooledump) February 12, 2022
ट्वीट कर दी जानकारी
एमपी के स्कूल (MP School) शिक्षा विभाग ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कोरोना के में कमी आने के बाद से ही सरकार लगातार ही छूट दे रही हैं ,उसी क्रम में शिक्षा विभाग ने कहा है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कोविड संक्रमण की वर्तमान स्थिति को देखते हुए नवीन दिशा-निर्देश जारी समस्त विद्यालय / आवासीय विद्यालय / छात्रावास कक्षा 01 से 12वीं तक की समस्त कक्षाओं के लिए शत प्रतिशत उपस्थिति के साथ संचालित होंगे।
मातृभाषा को महत्व देते हुए हैं राज्यों को अपनी बोली के आधार पर पठन पाठन की स्वतंत्रता है। सीएम राइज स्कूलों में हर प्रांत की क्षेत्रीय भाषाओं को पढ़ाने का काम किया जाएगा। इसके लिए अलग से किताबें बनाने का काम,पाठ्यक्रम बनाने का काम एवं शिक्षकों को ट्रेनिंग देने का काम किया जाएगा। pic.twitter.com/mjUk1k2uq7
— इन्दरसिंह परमार (@Indersinghsjp) February 12, 2022
मंत्री इंदर सिंह परमार ने सीएम राइज स्कूलों को लेकर कही ये बात
मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने आज मीडिया से बात की। मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि मातृभाषा को महत्व देते हुए हैं राज्यों को अपनी बोली के आधार पर पठन पाठन की स्वतंत्रता है। सीएम राइज स्कूलों में हर प्रांत की क्षेत्रीय भाषाओं को पढ़ाने का काम किया जाएगा। इसके लिए अलग से किताबें बनाने का काम,पाठ्यक्रम बनाने का काम एवं शिक्षकों को ट्रेनिंग देने का काम किया जाएगा।