Saurabh Sharma Case: RTO के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा ने मध्य प्रदेश सरकार से जान की सुरक्षा की मांग की है। सौरभ शर्मा ने मध्यप्रदेश सरकार को पत्र लिखा है कि- उसे, उसकी पत्नी, मां और बच्चों को अगर जान की सुरक्षा की गारंटी मिलती है, तो वह जांच एजेंसियों के सामने आकर हर जांच का खुलासा करेगा। बता दें सौरभ शर्मा की मांग है कि यदि सुरक्षा की गारंटी मिलती है तो वह पकड़ा गया सोना, कैश, अकूत संपत्ति राजनेता और ब्यूरोक्रेट्स का पूछताछ में खुलासा करेगा।
सौरभ के वकील ने क्या कहा?
वकील ने कहा, “यह भ्रष्टाचार नेताओं का है और काफी पुराना है। एक कांस्टेबल तौर पर सिर्फ 7 साल की नौकरी में इतनी संपत्ति और सोना एकत्रित करना संभव नहीं है। वह एक वसूली नाके पर खड़ा होकर इतनी संपत्ति नहीं बना सकता है। यह एक सोची-समझी साजिश है। पुराने राजनेता और ब्यूरोक्रेट्स ने उन्हें आसान टारगेट बनाया। और सारा इल्जाम उनके सिर पर डाल दिया गया।”
सौरभ और अन्य आरोपियों की जान को खतरा
सौरभ के वकील ने साथ ही कहा कि, “सौरभ और अन्य आरोपियों की जान को खतरा है। यह केस बहुत बड़ा है। इन लोगों को सभी के सामने बड़ा अपराधी दिखाया जा रहा है, बल्कि ऐसा नहीं है। यह मामला हाई प्रोफाइल है, छोटे लोगों पर इल्जाम थोपा जा रहा है। सौरभ और उनके पार्टनर या दोस्त निर्दोष हैं। उन्हें बस मोहरा बनाया जा रहा है। इसलिए इन्हें सुरक्षा मिलनी चाहिए।” आगे सौरभ के वकील ने कहा कि “लोकायुक्त प्रेस कांफ्रेंस करे कि उससे सौरभ को जान का खतरा नहीं बल्कि वो सुरक्षा मुहैया करवाएंगे। सरकार से सुरक्षा मिलने के बाद ही सौरभ सबसे सामने आएंगे।“
बड़े लोगों की निष्पक्ष रूप से हो कार्रवाई
वकील ने मध्य प्रदेश सरकार से सौरभ को सुरक्षा देने की मांग की है। उन्होनें सरकार से अनुरोध किया है कि, “सुरक्षा प्रदान करने बाद इस मामले में जांच जारी रखें। मामले में शामिल अन्य लोगों की तलाश भी करनी चाहिए। बड़े लोगों पर भी निष्पक्ष रूप से कार्रवाई होनी चाहिए। कुछ जांच एजेंसियों ने माइंड सेटअप ही बना लिया कि आरोपी सौरभ है जबकि इसमें राजनीतिक और ब्यूरोक्रेट्स जुड़े है।”