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Sagar Urea Crisis: बारिश में डटे ये कोई वोटर या समर्थक नहीं, खाद लेने आए किसान हैं, घंटों इंतजार के बाद भी निराश

Madhya Pradesh Sagar Urea Crisis: सागर में मनकरोनिया चौराहा के पास खाद वितरण केंद्र है। जहां सुबह 5 बजे से किसान कतार में खड़े हो गए थे। एक काउंटर से टोकन (tokens) नहीं वितरित करने पर किसानों भड़क उठे। स्थिति नियंत्रित करने मौके पर पुलिस बल (police force) बुलाना पड़ा।

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sanjay warude
Sagar Urea Crisis

Sagar Urea Crisis

Madhya Pradesh Sagar Urea Crisis: सागर में कतार में खड़े ये कोई वोटर या समर्थक नहीं, बल्कि 75 किलो मीटर दूर से किसान यूरिया खाद लेने आए हैं, जो घंटों तक बारिश में कतार में खड़े रहे। इसके बाद भी कई निराश होकर घर लौट गए।

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[caption id="attachment_858677" align="alignnone" width="950"]Sagar Urea Crisis सागर में मनकरोनिया चौराहा के पास खाद वितरण केंद्र में कतार में किसी किसान ने सिर पर कुर्सी तो किसी ने गमछे से खुद को बारिश से बचाने की कोशीश की।[/caption]

सागर में मनकरोनिया चौराहा के पास खाद वितरण केंद्र है। जहां सुबह 5 बजे से किसान कतार में खड़े हो गए। दोपहर तक करीब 2 हजार से ज्यादा किसान जुट चुके थे। भीड़ को नियंत्रित करने प्रशासन ने तीन काउंटर (counters) बनाए, लेकिन एक काउंटर से टोकन (tokens) नहीं वितरित करने पर किसानों भड़क उठे। स्थिति नियंत्रित करने मौके पर पुलिस बल (police force) बुलाना पड़ा, जिसकी निगरानी में किसानों को टोकन दिए गए।

बारिश थमते ही पहुंचे खाद केंद्र

दरअसल, खरीफ फसलों (Kharif crops) के लिए आवश्यक यूरिया खाद (Urea fertilizer) की भारी किल्लत से सागर जिले के किसान (farmers) त्रस्त हैं। मानसून (monsoon) की बारिश थमने के साथ ही खाद वितरण केंद्रों (fertilizer distribution centers) पर किसानों की भीड़ उमड़ रही है, लेकिन पर्याप्त आपूर्ति (adequate supply) न होने के कारण घंटों लाइन में लगने के बाद भी उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।

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[caption id="attachment_858681" align="alignnone" width="953"]Sagar Urea Crisis सागर में मनकरोनिया चौराहा स्थित खाद वितरण केंद्र परिसर में किसान जुटे।[/caption]

75 किमी दूर से आए अन्नदाता

दोपहर करीब 2 बजे तेज बारिश (heavy rain) शुरू होने के बावजूद सैकड़ों किसान लाइन में भीगते हुए खड़े रहे। उन्हें डर था कि अगर लाइन छोड़ी तो उनका नंबर छूट जाएगा। लगभग 15 मिनट तक तेज बारिश में भी किसान टोकन का इंतजार करते रहे।

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बिना खाद बर्बाद होगी फसल

केसली ब्लॉक (Kesli block) के टड़ा (Tada) से 75 किलोमीटर दूर से सागर आए किसान संजय ठाकुर (Sanjay Thakur) ने कहा- सुबह 8 बजे से लाइन में खड़े हैं, लेकिन अभी तक कुछ नहीं मिला। बिना खाए-पिए खड़े हैं। फसलें पीली पड़ रही हैं, खाद नहीं मिला तो पूरी फसल बर्बाद (crop ruined) हो जाएगी।

खाद लिमिट तय, किसान नाराज

किशनपुरा (Kishanpura) से आए लाल सिंह (Lal Singh) ने आरोप लगाया कि 15 बोरी खाद लेने आए उनके बेटे के साथ अधिकारी ने अभद्रता (misbehavior) की। अधिकारियों ने एक एकड़ पर एक बोरी खाद की सीमा (limit) तय कर दी है, जिससे किसान और भी नाराज हैं।

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