सागर। MP Sagar Pet Dog News अगर आपने घर में स्वान पाला है mp breaking news तो ये आपके लिए सावधान करने वाली खबर है। mp hindi news दरअलस अब सागर एमपी का एक ऐसा पहला शहर बनने जा रहा है जहां घरो में कुत्ता पालने वालों को अब टैक्स देना होगा।
मध्यप्रदेश में कुत्ता पालने का शौक अब महंगा होने जा रहा है। सागर की नगर निगम कुत्ता पालने वाले लोगों से टैक्स वसूलने जा रही है। इतना ही नहीं अगर किसी पालतू कुत्ते ने सड़क पर गंदगी की तो उसके मालिक से जुर्माना भी वसूलने की तैयारी है। इसकी रूपरेखा तैयार हो चुकी है। सागर नगर निगम ऐसा करने वाला एमपी का पहला शहर होगा। टैक्स वसूली का यह अभियान संभवतः अगले वित्त वर्ष यानी अप्रैल से प्रारंभ हो जाएगा।
अगर आप सागर मे रहते है और कुत्ते पालने के शौक़ीन है या फिर पालने की सोच रहे है तो आपको टैक्स के रूप में कुछ पैसे चुकाने पड़ेंगे, जी हां, सागर नगर निगम क्षेत्र मे जल्द ही कुत्ता पालने का शौक रखने वाले लोगो के लिए कुत्ता कर का भुगतान करना पड़ेगा। बता दे कि जिले में लगातार कुत्ते के काटने की घटनाएं सामने आने के बाद शुक्रवार को नगर निगम परिषद की साधारण सभा की बैठक में सर्वसम्मति से स्वान मालिकों से कुत्ताकर वसूलने को लेकर सहमति दी गई, कर निर्धारण और वसूली का प्रस्ताव तैयार करने की जिम्मेदारी निगम प्रशासन को सौंपी है जो जल्दी ही प्रस्ताव तैयार कर परिषद के सामने प्रस्तुत करेगा, कुत्ता कर वसूलने वाला सागर नगर निगम प्रदेश में पहला निकाय होगा।
वहीं नगर निगम क्षेत्र के रहवासियों में टैक्स पर मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है। डॉग लवर इस बात से कोई आपत्ति नहीं जताते कि टैक्स लगे लेकिन ज्यादातर लोगों का सवाल यही है कि टैक्स की एवज में उन्हें क्या फायदा होगा। वहीं कुछ लोगों का ये सवाल यह भी है कि क्या किसी खास नस्ल के कुत्तों को पालने पर ही टैक्स लगेगा या फिर सभी प्रकार के पालतू कुत्तों पर और यह टैक्स कितना लगेगा। सागर में कई ऐसे परिवार हैं जो कई पीढ़ियों से कुत्तों को पालने का शौक रखते है।
क्या कहना है निगम अध्यक्ष का —
इस निर्णय को लेकर निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार का कहना है कि यह निर्णय परिषद की बैठक में पार्षदों ने रखा था। जिसके बाद इसे लागू करने का निर्णय लिया गया है, दूसरे प्रदेश में जो इस तरह का टैक्स लगता है अभी उसका अध्ययन किया जा रहा है। बताया गया है कि शहर में कुत्तो के द्वारा लोगों को काटने की शिकायतें लगातार आ रही थी। निगम परिषद बैठक में भी यह मामला उठा था। जिसके बाद सभी पार्षदों ने कर वसूलने और शहर में आवारा कुत्तों की संख्या में कमी लाने को लेकर कई सुझाव दिए थे। इसमें स्वान पालने वालों से कर वसूलने के सुझाव पर आम सहमति रही, अब जल्दी ही निगम प्रशासन इसकी कार्ययोजना तैयार करेगा और अनुमोदन के बाद लागू कर दिया जाएगा।