/bansal-news/media/post_attachments/PRD_BansalNews/MP-RTO-HSRP-New-Rules.webp)
MP RTO HSRP New Rules
MP RTO HSRP New Rules: मध्यप्रदेश में अब हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगाने को लेकर परिवहन विभाग ने सख्ती रवैया अपना लिया है। विभाग ने एचएसआरपी को अनिवार्य कर दिया है। एचएसआरपी नहीं लगवाने पर डुप्लीकेट आरसी, वाहन ट्रांसफर होगा न फिटनेस, परमिट सर्टिफिकेट समेत अन्य सेवाएं मिलेगी।
दरअसल, मध्यप्रदेश पूरे देश में एचएसआरपी लगवाने में पिछड़ गया है। जिसके बाद परिवहन विभाग ने विभाग के अन्य जरूरी सुविधाओं में भी सख्ती शुरू कर दी है। परिवहन विभाग के नए नियम के मुताबिक, 1 अप्रैल 2019 से पहले वाहन खरीदे हो तो एचएसआपी के लिए आपको अपने वाहन डीलर से संपर्क करना होगा।
घर बैठे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
- वाहन मालिक अपने घर बैठे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
- जिसके लिए मोबाइल या कंप्यूटर से SIAM (सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) की वेबसाइट पर जा सकते हैं।
- यहां 'बुक एचएसआरपी' पर क्लिक करके अपना नाम, ईमेल, राज्य, वाहन नंबर और मोबाइल नंबर जैसी जानकारी भरें।
- इसके बाद, वाहन का प्रकार और नजदीकी डीलर चुनें।
- स्लॉट बुक करने के बाद, ओटीपी वेरिफाई करें और फीस जमा करें।
- तय तारीख पर आप डीलर से अपनी नई HSRP प्राप्त कर सकते हैं।
एचएसआरपी के पांच फायदे
पहला
वाहन की सुरक्षा: प्लेट पर लेजर कोड और यूनिक सीरियल नंबर होता है, जिससे चोरी के वाहन की आसानी से पहचान हो जाती है।
दूसरा
फर्जी नंबर प्लेट की रोकथाम: एचएसआरपी लगाने के बाद डुप्लीकेट या नकली प्लेट लगाना मुश्किल हो जाता है।
तीसरा
ट्रैफिक प्रबंधन आसान: एचएसआरपी से पुलिस और आरटीओ कैमरों से वाहनों की आसानी से पहचान कर सकते हैं।
चौथा
राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता: पूरे भारत में एक जैसी स्टैंडर्ड प्लेट होने से किसी भी राज्य में गाड़ी की पहचान आसान होती है।
पांचवां
टिकाऊ और सुरक्षित: एल्युमिनियम की बनी प्लेट साधारण प्लेटों से ज्यादा टिकाऊ होती है। प्लेट से कोई छेड़छाड़ भी नहीं कर सकते हैं।
एचएसआरपी के पांच नुकसान
पहला
लागत बढ़ना: सामान्य प्लेट की तुलना में एचएसआरपी महंगी है, जिससे आम वाहन मालिक पर आर्थिक बोझ पड़ रहा।
दूसरा
प्लेट की लंबी प्रोसेस: कई बार प्लेट बनने और लगने में टाइम लगता है, जिससे वाहन मालिक को असुविधा होती है।
तीसरा
मनचाही प्लेट न लगाना:वाहन मालिक अपने मनपंसद की डिजाइन, रंग या स्टाइल की प्लेट नहीं लगा सकते हैं।
चौथा
तकनीकी गड़ीबड़ी भी: प्लेट का क्यूआर कोड या लेजर नंबर डैमेज हो जाए तो पहचान में परेशानी आ सकती है।
पांचवां
ग्रामीणों की बड़ी परेशानी: गांव या छोटे कस्बों में एचएसआरपी लगाने की सुविधा कम है, जिससे लोगों को शहरों तक आना पड़ रहा।
हमें X, Facebook, WhatsApp, Instagram पर फॉलो करें। हमारे यू-ट्यूब चैनल Bansal News MPCG को सब्सक्राइब करें।
MP BJP Parivarvad: नेता और मंत्रियों के रिश्तेदारों को पार्टी में नहीं मिलेगा पद ! 3 रिजाइन से परिवारवाद पर रोक के संकेत
/bansal-news/media/post_attachments/PRD_BansalNews/MP-BJP-2.webp)
MP BJP Parivarvad Politics Update: मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी में घोषित तीन जिलों की कार्यकारिणी में प्रदेश व केंद्रीय मंत्री समेत अन्य नेता के बेटा, बेटी, बहन को जगह दी गई, उनसे रिजाइन लिए गए हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
/bansal-news/media/agency_attachments/2025/10/15/2025-10-15t102639676z-logo-bansal-640x480-sunil-shukla-2025-10-15-15-56-39.png)
Follow Us
चैनल से जुड़ें