MP Politics: ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी कैबिनेट में जगह मिलने के बाद से उनकी राज्यसभा सीट खाली हो गई है. इस सीट पर बीजेपी किसी वरिष्ठ नेता को राज्सभा भेजने की तैयारी में हैं. वहीं सियासी अटकलें कई नामों को लेकर चल रही हैं. मध्य प्रदेश में वर्तमान में विधानसभा में सदस्य संख्या के हिसाब से देखा जाए तो खाली होने वाली राज्यसभा की सीट फिर भाजपा के खाते में जाना तय मानी जा रही है.
बीजेपी इन नेताओं को दे सकती है टिकट
बीजेपी की ओर से राज्यसभा भेजे जाने के लिए पहला नाम बीजेपी नेता और ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव हराने वाले केपी यादव का है. चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह के एक बयान ने उनके नाम का दावा मजबूत कर दिया है. अमित शाह ने केपी यादव को दिल्ली पहुंचाने की बात कही थी. वहीं रेस में मध्य प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को भी दावेदार माना जा रहा है. इसके साथ ही विदिशा से पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया भी दावेदार माने जा रहे हैं.
कांग्रेस ने किया केपी यादव का समर्थन
बिजेपी नेता केपी यादव को राज्यसभा भेजे जाने को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने समर्थन देते हुए कहा कि MP की सीट है MP के नेता को ही राज्यसभा भेजा जाना चाहिए. सज्जन वर्मा ने केपी यादव की पैरवी करते हुए कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को केपी यादव को उनका हक दिलाना चाहिए.
वहीं बीजेपी नेता आशीष अग्रवाल ने कांग्रेस के इस बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि राहुल गांधी को वायनाड से भेजने पर आपको आपत्ति नहीं थी. आपने तब सवाल खड़े नहीं किए अब आपको परेशानी क्यों है.
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बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का कार्यकाल साल 2026 तक है. सिंधिया जून 2020 में राज्यसभा सांसद चुने गए थे. अब वे लोकसभा के सदस्य हैं इसलिए उनकी राज्यसभा सीट खाली हो गई है.