ASI Take Bribe In Chhindwara: छिंदवाड़ा जिले के कोतवाली थाने से खुद कानून के रखवाले द्वारा ही रिश्वत खोरी का मामला सामने आया है। यहां पदस्थ पुलिसकर्मी द्वारा केस को रफा दफा करने के लिए एक फरियादी से 50 हजार रुपए की रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। लोकायुक्त पुलिस ने ASI को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्त्तार किया है।
रिश्वतखोर ASI साहब हुए गिरफ्तार
फरियादी दुर्गेश सोनी ने लोकायुक्त पुलिस से अपनी शिकायत में बताया है कि असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर जितेन्द्र यादव ने उसके खिलाफ सुपारी देने का प्रकरण बनाया था। इंस्पेक्टर उसे कोर्ट में पेश करने के एवज में 1 लाख रूपए की रिश्वत मांग रहा था। बीते 25 अगस्त को उसे एसडीएम कोर्ट में भी पेश किया था जहां से उसे जमानत मिली थी। जमानत मिलने के बाद ही उसने रिश्वतखोर सब इंस्पेक्टर के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत की थी। इस मामले में लोकायुक्त ने एक्शन लिया और एक्शन लिया।
गमछा डालकर आई लोकायुक्त की टीम
जबलपुर लोकायुक्त की टीम को शिकायत मिलने पर थाना कोतवाली में पदस्थ सब इंस्पेक्टर जितेन्द्र यादव को गिरफ्तार करने पहुंची। लोकायुक्त टीम ने प्लान के तहत आवेदक को रिश्वत के पैसे देने के लिए भेजा। जैसे ही ASI जितेन्द्र यादव ने 50 हजार रुपए लिए टीम ने उसे रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। सब इंस्पेक्टर को पकड़ने के लिए लोकायुक्त की टीम गले में भगवा गमछा डालकर पहुंची थी और जैसे ही भगवा गमछाधारी लोगों ने सब इंस्पेक्टर को पकड़ा तो मौके पर मौजूद दूसरे लोग ये सब देखकर हैरान रह गए।
हाथों का रंग हुआ गुलाबी
टीम ने नोट जब्त करने के बाद सब इंस्पेक्टर के हाथ धुलवाए जिससे पानी का रंग गुलाबी हो गया। वहीं, इस कार्रवाई में दिलीप झरबडे डीएसपी लोकायुक्त, निरीक्षक एवं ट्रैप दल के अन्य सदस्य शामिल रहे। बताया जा रहा है कि पीड़ित पर छिंदवाड़ा के नेता की सुपारी देने का आरोप पुलिस द्वारा लगाया गया था, जिसका प्रकरण अभी भी चल रहा है।