MP Nursing Ghotala: हाल ही में सामने आए मध्यप्रदेश के चर्चित नर्सिंग घोटाला (MP Nursing Ghotala) मामले ने राजनीतिक चिंगारी पकड़ ली है। इस घोटाले को लेकर कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी पर वार करने की पूरी कोशिश कर रही है, जिसके लिए उन्होंने गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस वार्ता की।
प्रेस वार्ता में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हुए और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेस ने कहा कि व्यापमं के कलंक से अभी तक बाहर भी नहीं आ पाए और अब नर्सिंग घोटाला भी सामने आ गया। प्रदेश का नर्सिंग वातावरण हनुमान जी की आठ सिद्धियां प्राप्त कर चुका हैं। आगे कहा कि इस घोटाले को विधानसभा सत्र में भी उठाया जाएगा।
फर्जी रजिस्टार की नियुक्तियां
प्रेस वार्ता (MP Nursing Ghotala) के दौरान कांग्रेस के उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा कि अभी तक सरकार व्यापमं के कलंक से बाहर भी नहीं आ पाए थे कि नर्सिंग घोटाला भी सामने आ गया। जिसमें बीजेपी के नेता भी शामिल हैं। उपनेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि इस घाटले से सबसे ज्यादा नुकसान स्टूडेंट को हो रहा है।
वहीं, NSUI मेडिकल विंग कॉर्डिनेटर रवि परमार ने भी भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि 100 बेड का अस्पताल, 2300 स्क्वायर फीट की जगह और टीचर्स के पास कम से कम Msc. नर्सिंग की योग्यता होनी आवश्यक करें। एमपी में कई फर्जी रजिस्टार की नियुक्ति की गई है। भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज से सुनीता सिदू को रजिस्ट्रार बनाया गया।
इसके बाद NSUI मेडिकल विंग कॉर्डिनेटर रवि परमार ने कहा कि हाइ कोर्ट के आदेश के बाद इनको निलंबित किया गया, फिर भी सुनीता सिदू को सभी सुविधाए दी जा रही थी। ग्वालियर हाई कोर्ट ने परीक्षा पर रोक लगवाई, फिर सीबीआई जांच के आदेश दिए गए।
बीजेपी के कई नेता इस घोटाले में शामिल हैं। एमपी में फर्जी फैकल्टी का भी घोटाला हुआ। एक ही फैकल्टी एक दिन में मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, में पढ़ा कर दूसरे राज्यों में भी शिक्षा दे रहे हैं। वहीं, भोपाल का मलय नर्सिंग कॉलेज का अस्पताल करीब 40 किलोमीटर दूर था, नियम 20 किलोमीटर का ही है।
आवाज उठाने पर हथकड़ी बांधकर घुमाया गया
NSUI मेडिकल विंग कॉर्डिनेटर (MP Nursing Ghotala) के बाद मध्य प्रदेश के कांग्रेस मीडिया अध्यक्ष मुकेश नायक भी कहा पीछे रहने वाले थे। उन्होंने भी इस प्रेस वार्ता में भारतीय जनता पार्टी को जमकर घेरा और कहा कि ग्वालियर हाईकोर्ट की जांच के बाद सीबीआई ने कई मेडिकल कॉलेज को सूटेबल घोषित किया।
66 नर्सिंग कॉलेज को अपात्र घोषित किया गया। समिति ये देखती है कि कितने स्क्वेयर फीट की जगह चाहिए, कितनी जगह है उसके हिसाब से मान्यता दी गई।
169 को पात्र, 73 अल्प पात्र और 66 कॉलेजों को अपात्र बताया गया था। इनमें से 9 नर्सिंग कॉलेज शासकीय थे। नर्सिंग कॉलेज के स्टूडेंड ने 4 साल के कोर्स के एग्जाम 1 वर्ष में ही दे दी।
NSUI मेडिकल विंग कॉर्डिनेटर रवि परमार ने इस नर्सिंग घोटाला पर अपनी आवाज उठाई थी, तो उन्हें हथकड़ी बांधकर घुमाया गया।
डिप्टी सीएम और विश्वास कैलाश सारंग पर साधा निशाना
मुकेश नायक यहीं शांत नहीं हुए नर्सिंग घोटाला (MP Nursing Ghotala) पर उन्होंने एमपी के डिप्टि सीएम राजेंद्र शुक्ला को भी घेरा और कहा कि प्रदेश का नर्सिंग वातावरण हनुमान जी की आठ सिद्धियां प्राप्त कर चुका हैं। यह घोटाला आगामी विधानसभा सेशन में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा होगा।
एमपी के पूर्व चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग के समय सबसे ज्यादा मेडिकल नर्सिंग कॉलेज खोले गए। एक साल में 40 फीसदी नए कॉलेज खुले।
कांग्रेस ने कहा कि हमें सीबीआई की जांच पर कोई विश्वास नहीं है। नर्सिंग कॉलेज ऑफ इंडिया के मापदंडों को मापते हुए इसकी जांच हो और सभी कर्मियों को एक वक्त के हिसाब से पूरा किया जाए।
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