MP News: नीमच कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान एक व्यक्ति कागजों की माला पहनकर और चप्पल सिर पर रखकर पहुंचा, जिसने प्रशासन को हैरान कर दिया। सिंगोली तहसील के मुकेश प्रजापति ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई और पंचायत में भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत की थी, लेकिन 7 सालों से कोई कार्रवाई नहीं हुई। कलेक्टर ने इस मामले में 3 सदस्यीय जांच कमेटी बनाकर तीन दिन में शिकायतों की जांच कर रिपोर्ट मांगी है।
भ्रष्टाचार का कच्चा चिठ्ठा लेकर अजगर तरह लोट लगाई
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नीमच के मुकेश प्रजापति नाम के व्यक्ति ने अपने गांव की पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की फाइलें अपने शरीर में पूंछ की तरह बांधकर अजगर की तरह लोट लगाते हुए जनसुनवाई में पहुंचा। युवक ने अधिकारियों पर भी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया। इसलिए युवक इस तरह लोट लगाकर जनसुनवाई में पहुंचा और इंसाफ की मांग की। युवक ने अपने सिर पर चप्पल रखकर भी विरोध जताया। मुकेश ने बताया कि वे पिछले 7 सालों से कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हर बार आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिलता। थक हारकर उन्होंने अपनी बात पहुंचाने के लिए यह तरीका चुना।
सरपंच पर लगाए भ्रष्टाचार का आरोप
मुकेश प्रजापति ने अपने ग्राम पंचायत के सरपंच पर करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने शिकायत और सबूतों के बावजूद अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने का आरोप लगाया है। नीमच एसडीएम ममता खेड़े ने कहा कि इस मामले में पहले भी जांच हो चुकी है और कलेक्टर ने विधिवत जांच के निर्देश दिए हैं। जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ को जांच के लिए कहा गया है।
कलेक्टर कमेटी बनाकर 3 दिन में मांगी रिपोर्ट
नीमच कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने मुकेश प्रजापति के आरोपों के बाद तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है, जिसका नेतृत्व एसडीएम जावद राजेश शाह करेंगे। कलेक्टर ने तीन दिन के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है और अधिकारियों को शिकायतों का समय पर समाधान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शिकायतों का समाधान होने के बाद आवेदक को लिखित में सूचित किया जाए।
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