MP News: भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) के बाबू तारकचंद दास को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। लोकायुक्त पुलिस ने उनके बैंक लॉकर से 42 लाख रुपये से अधिक नकद, हीरे के जेवर और अन्य दस्तावेज बरामद किए। लॉकर आरोपी की पत्नी मंदिरा के नाम पर था। डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने पुष्टि की। पहले पुलिस ने आरोपी की 80 से अधिक संपत्तियों का ब्यौरा तैयार किया था।ट
गिरफ्तारी के 40 दिन बाद खुला लॉकर
गिरफ्तारी के करीब 40 दिन बाद बाबू के लॉकर को खोला गया है। बता दें 23 अगस्त को बीडीए के बाबू तारकचंद दास को लोकायुक्त पुलिस ने 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया था।अब इस कार्रवाई के करीब 40 दिन बाद आरोपी के पत्नी के नाम का बैंक लॉकर खोला गया है। आरोपी सहायक ग्रेड-1 तारकचंद दास ने रत्नागिरी प्रोजेक्ट में रहने वाले एक व्यक्ति से लीज रिन्यू करने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी। इस काम के लिए 3 लाख 35 हजार रुपए मांगे थे। इसी की पहली किस्त 40 रुपए लेते समय लोकायुक्त पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद बाबू को निलंबित कर दिया गया था।
लॉकर में मिला ये चीजें
42 लाख रुपए से ज्यादा कैश
500 ग्राम सोने के जेवरात
हीरे की ज्वेलरी और उसके बिल
ऐसे हुई थी गिरफ्तारी
बाबू तारकचंद ने स्टाफ के सामने ही रिश्वत की रकम टेबल की दराज में रखवाई थी। इसी दौरान लोकायुक्त पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। तारकचंद ने दफ्तर के सामने ही पत्नी मंदिरा दास के नाम से दुकान ले रखी है। रजिस्ट्री के सर्विस प्रोवाइडर का लाइसेंस भी है। BDA से प्रॉपर्टी खरीदने वालों पर दास का दबाव रहता है कि रजिस्ट्री यहीं से कराएं।
शिकायतकर्ता को 6 महीने से परेशान कर रहा था
शिकायतकर्ता अपने मकान के लीज नवीनीकरण के लिए पिछले 6 महीने से तारकचंद दास के चक्कर काट-काटकर परेशान था। आरोपी बिना रिश्वत लिए काम करने को राजी नहीं था। इससे तंग आकर उसने रिश्वत की रकम तय की और लोकायुक्त में शिकायत कर दी।