शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के करैरा थानांतर्गत ग्राम रामनगर गधाई में मंगलवार को निर्माणाधीन सड़क पर बन रही पुलिया पर पाईप डालने के विरोध में ग्रामीणों द्वारा किये गये प्रदर्शन के दौरान डेढ़ वर्षीय एक बच्चे की मौत हो गई और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गये। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इस बच्चे की मौत पुलिस के लाठीचार्ज में हुई है। वहीं, पुलिस ने इस आरोप को गलत बताया है और कहा कि पुलिस ने लाठीचार्ज नहीं किया। करैरा पुलिस थाना प्रभारी अमित सिंह भदौरिया ने बताया कि करैरा के ग्राम गधाई में एक सड़क का निर्माण चल रहा है। इसी के चलते कल ग्रामीणों और सड़क निर्माण कर रही कंपनी में एक पुलिया पर पाईप लाईन को लेकर विवाद हो गया। इसे लेकर निर्माण कंपनी के ठेकेदार ने अनुमंडलीय अधिकारी (एसडीएम) को आवेदन दिया।
पुलिस पर किया पथराव
जानकारी के मुताबिक मौके पर पुलिस बल भेजा गया तो वहां कुछ ग्रामीणों ने पुलिस पर ही पथराव शुरु कर दिया, जिससे पुलिस उपनिरीक्षक राघवेन्द्र यादव और दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। भदौरिया ने कहा, लाठीचार्ज जैसा कोई कदम नहीं उठाया गया। बच्चे की मौत पुलिस की लाठी लगने से होने संबंधी आरोप पूरी तरह गलत है।वहीं, करैरा के कांग्रेस विधायक प्रागीलाल जाटव ने कहा,मैंने गांव वालों से बात की है। गांव के लोग निर्माणाधीन सड़क पर बन रही पुलिया पर पाईप डालने का विरोध कर रहे थे, जिसे लेकर तहसीलदार को ज्ञापन भी दिया गया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के अनुसार मासूम की पुलिस की लाठी से मौत हुई है। जाटव एवं ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम भी किया।