MP News: मऊगंज थाने में एक ब्राम्हण की चोटी उखाड़ने के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। SP ने पुलिस पर सभी आरोपों को गलत बताया है। SP रचना ठाकुर ने ये दावा करते हुए कहा कि जब मामले की जांच के लिए जब थाने में लगे CCTV कैमरों में फुटेज चेक किए गए, तो फोटो में ये साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि युवक की चोटी थाने में नहीं उखाड़ी गई।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) September 17, 2024
SP ने पुलिस पर लगे आरोपों को बताया गलत
SP ठाकुर ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जा रही है। जब CCTV फुटेजों को खंगाला गया, तो शाहपुर पुलिस पर लगे आरोप गलत निकले।
कैमरे में साफ-साफ दिख रहा है कि पुलिस जब युवक को लेकर अदालत के लिए निकली थी, तब भी उसके सिर पर चोटी थी। इसके अलावा मेडिकल रिपोर्ट जब सामने आई तो पाया गया कि युवक को जो चोटें लगी है, वे 24 घंटे पहले की हैं।
मामले में पुलिस ने 40 लोगों के खिलाफ दर्ज की थी FIR
दरअसल, रविवार को मऊगंज में शाहपुर (MP News) पहाड़ी गांव में सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। घटना के बाद परिजनों ने नाराज होकर हत्या के आरोप लगाते हुए शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया था। इसके बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए मामले में करीब 40 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी, जिसमें पीड़ित युवक नरेंद्र मिश्रा भी शामिल था।
पीड़ित युवक ने आरोप लगाते हुए कहा कि रविवार की रात 11 बजे पुलिस वाले मुझे उठाकर थाने ले गए। वहां मुझे पट्टे से पीटा। इसके बाद मेरी चोटी उखाड़ दी और जनेऊ भी तोड़ दिया।
कांस्टेबल निलंबित, TI लाइन अटैच
घटना के बाद ग्रामीण और ब्राम्हण समाज के लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए सोमवार को SP ऑफिस जाकर प्रदर्शन किया। इसके साथ ही पुलिसकर्मियों पर आरोप भी लगाते हुए दोषियों पर कार्रवाई कर सजा की मांग की। कार्रवाई नहीं होने पर 14 अक्टूबर से आमरण अनशन की चेतावनी भी दी थी।
मामले की जांच SP रचना ठाकुर ने ASP अनुराग कुमार पांडे को सौंपी थी। इसके साथ ही कांस्टेबल विवेकानंद यादव को सोमवार रात को ही सस्पेंड कर दिया था। वहीं दूसरे दिन मंगलवार को शाहपुर TI बीसी सिंह को भी लाइन अटैच कर दिया और थाने का प्रभार ASI अजय पांडे को दे दिया।
पीड़ित ने कही थी गोली मारने की बात
पीड़ित ने बताया कि शराब भरकर जा रही एक बोलेरो गाड़ी ने 4 लोगों को टक्कर मार दी थी, जिसमें एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी, वहीं 3 लोग घायल हो गए थे। घटना के बाद युवक के परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया और जाम लगा दिया। उस समय मैं भी वहं पहुंचा था।
इसके बाद रात 11 बजे पुलिस वाले मुझे उठाकर थाने ले गए और मेरे साथ मारपीट की। उस वक्त मौके पर डायल 100 का ड्राइवर और अन्य 2 लोग, जिनका नाम सोनू खान और हारूल था।
मारपीट करने के बाद पुलिस वाले मुझे मेडिकल के लिए ले गए थे, लेकिन मेडिकल नहीं होने के कारण वापस लोटकर आ रहे थे। इसी दौरान पुलिस वालों (MP News) ने बीच रास्ते में नदी के पास गाड़ी रोकी और किसी राहुल दादा का नाम लेते हुए कहा था कि इसे गोला मार दो।
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