उज्जैन में राजा विक्रमादित्य के समय से नगर पूजा की परम्परा चली आ रही है. इस परम्परा का निर्वाह उज्जैन कलेक्टर करते है. इस पूजा में लगभग 19 किलो मीटर तक मदिरा की धार लगाई जाती है जो की शहर के कई देवी मंदिरों में जाती है. इसी परंपरा को निभाने के लिए महाअष्टमी के दिन अधिकारी चोबीस खम्बा माता मंदिर पर पहुंचे और देवी महालया और महामाया की पूजा कर देवी को मदिरा चढ़ाई गई. देवी शक्तियों को चढ़ाई जाने वाली इस मदिरा को प्रसाद के रूप में बड़ी संख्या में श्रद्धालु ग्रहण भी करते हैं.