MP News: एमपी के निवाड़ी में एक गांव में आज पूर्णत: शराबबंदी का फैसला लिया गया है। किशोरपुरा में शराब बंदी और युवाओं को नशे से मुक्ति के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। एडवोकेट संजय सूर्यवंशी के नेतृत्व में आयोजित इस बैठक में ग्रामीणों ने शराब नहीं बेचने और नहीं पीने की शपथ ली। इस सामाजिक संकल्प को मजबूती देने के लिए लिखित शपथ-पत्र भी दिया गया, जिसमें कहा गया है कि अगर कोई इस शपथ का उल्लंघन करता है तो उसे 11 हजार रुपये का जुर्माना देना होगा।
गांव के युवाओं में बढ़ रही थी नशे की लत
गांव के युवाओं में बढ़ती नशे की लत को रोकने के लिए पंचायत ने बैठक की। नशे में धुत व्यक्तियों द्वारा घरेलू हिंसा और अभद्र व्यवहार से समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा था। शराब बंदी से ऐसी घटनाओं पर नियंत्रण पाने की उम्मीद है, और गांव के युवाओं को नशे से मुक्ति दिलाने में मदद मिलेगी। इसी वजह से पंचायत में सभी की सहमति से शराब बैन की गई है।
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गांव में बिक रही थी अवैध शराब
गांव में वर्षों से चली आ रही अवैध शराब की समस्या और शराब के कारण होने वाले झगड़ों ने ग्रामीण महिलाओं को पारिवारिक कलह से परेशान कर दिया था। लेकिन अब गांव में शराबबंदी के फैसले से ग्रामीणों में खुशी है और इस फैसले की पूरे प्रदेश में सराहना हो रही है। यह फैसला गांव के लिए एक नए युग की शुरुआत करेगा और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा।
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ग्रामीणों ने खाई कसम
गांव में जो भी व्यक्ति शराब बेचने का काम करते थे, उन्होंने भी कसम ली है। कहा कि जीवन में कभी शराब की बिक्री नहीं करूंगा। पंचायत ने निर्णय लिया कि जो भी व्यक्ति शराब बेचेगा, उसे 11 हजार जुर्माना देना पड़ेगा। अब गांव में शराबबंदी के फैसले से ग्रामीण भी खुश है। वहीं ग्रामीणों के इस फैसले की पूरे प्रदेश में प्रशंसा हो रही है।