प्रकृति की सेवा संकल्प के 2 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम में मंत्रीगणों एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ भोपाल में पौधे लगाये। इस अवसर पर विष्णु दत्त शर्मा , हितानंद शर्मा एवं अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य साथी उपस्थित रहे। प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प के साथ मध्यप्रदेश ही नहीं, देश भर के नागरिकों का मुझे सहयोग मिला। अंकुर अभियान में भी मध्यप्रदेश ने चमत्कार दिखाया। इस अभियान में अब तक 67 लाख से ज्यादा पौधे रोपित किए जा चुके हैं। प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प को दो वर्ष पूर्ण हुए हैं। 19 फरवरी 2021 को अमरकंटक में मैंने इस अभियान को शुरू किया था। जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगाँठ, पुण्यतिथि सहित विशेष अवसरों पर विभिन्न लोगों द्वारा प्रदेशभर में 67 लाख पौधे लगाए गए हैं। जन्मदिवस, घर के मंगल प्रसंग, या अपने परिवार के सदस्यों की स्मृति में पौधरोपण करने वाले नागरिकों का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने पर्यावरण संरक्षण से संकल्प को जुड़कर सहयोग किया।
पावन कार्य के लिए संकल्प मजबूत हो तो कोई भी बाधाएं है सामने नहीं टिक सकतीं कोविड-19 के संकट काल में भी पौधरोपण का क्रम निर्बाध जारी रहा। एक पेड़ सिर्फ हमें ऑक्सीजन, फल-फूल, छांव इत्यादि ही नहीं देता, बल्कि न जाने कितने पक्षियों, जीवों, कीट-पतंगों को आश्रय भी देता है। ग्लोबल वार्मिंग, क्लाइमेट चेंज से धरती को बचाना है तो हमें पौधरोपण करना पड़ेगा। मेरे मन में विचार आया कि पौधरोपण के लिए जनता को प्रेरित भाषण से नहीं आचरण से करना है, इसलिए मैंने प्रतिदिन पेड़ लगाने का संकल्प लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यावरण संरक्षण का जो संकल्प लिया है, उसमें पौधरोपण के माध्यम से मध्यप्रदेश की बड़ी भूमिका होगी। मैंने मध्यप्रदेश के अलावा 12 राज्यों में पौधरोपण किया है। मध्यप्रदेश पधारने वाले अतिथियों द्वारा भी पौधरोपण होना पर्यावरण समस्या के संकल्प को मजबूत करता है। महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित केंद्रीय मंत्रियों और विदेश से आए अतिथियों ने भी यहां पौधरोपण किया है।
मध्यप्रदेश पर्यावरण संरक्षण के लिए अनेक संकल्पित प्रयास कर रहा है। हम तो ओंकारेश्वर में पानी पर भी सोलर पैनल बिछा रहे हैं। 3 मई को सांची देश की पहली सोलर सिटी होगा, इसके लिए कार्य लगातार चल रहा है। आज यहां रामवन में हमारे मंत्रिमंडल के साथियों सहित सभी मिलकर 740 पौधे रोपित करेंगे। रामवन मानव निर्मित सबसे बड़ा जंगल होगा, यहां 1 लाख 40 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। हमे पेड़ लगाना ही नहीं, बचाना भी है। मध्यप्रदेश में पौधरोपण का एक वृहद अभियान बन गया है। विकास यात्राएँ भी पौधरोपण के साथ प्रारंभ हो रहीं हैं। अंकुर अभियान के अंतर्गत 37 लाख 10 हजार 192 पेड़ लगाए गए।