MP News: मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों और आंगनवाड़ियों में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता इतनी खराब है कि उसे खाना तो दूर चखना भी मुश्किल है। मामला ग्वालियर के पीएम श्री शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डीआरपी लाइन का है। जहां प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें वही मध्यान भोजन परोसा गया जो बच्चों को खाने के लिए बना था। इसकी गुणवत्ता इतनी खराब थी की मंत्री जी आधी रोटी भी नहीं खा सके बाद में पीछे से मंत्रीजी के स्टॉफ ने चुपके से मंत्रीजी की थाली का खाना फेंक दिया। इसी मामले पर अब कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाए हैं।
[su_youtubeurl=”https://youtu.be/ATzLFB7Gzfs?si=ksuXYRsxCvPDJxwY”autoplay=”o”]दाल में दाने ढुंढते रहे मंत्रीजी
मिड-डे-मील का खाना जब मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को परोसा गया तो वे उस दाल की बाल्टी में दाल के दाने ढूंढते रहे लेकिन उसमें सिर्फ पानी ही पानी मिला। सब्जी के क्वालिटी भी बेहद खराब थी। मंत्रीजी ने सिर्फ आधी रोटी खाई इसके बाद साथ बैठे स्टॉफ ने चुपके से मंत्रीजी की थाली वाला खाना फेंक दिया। दरअसल मंत्री तोमर बच्चों के साथ जमीन पर बैठते हैं, स्कूल की सहायिका उन्हें भोजन परोसने के लिए दाल और सब्जी की बाल्टी लाती हैं। अचानक उनके स्टाफ का एक सहयोगी उस दाल को टटोलता है और उसमें से कुछ निकाल कर साइड में फेंक देता है। मंत्री जी भी इसे देखते हैं और फिर उन्हें ये कहना पड़ता है कि मुझे तो बस आधी रोटी ही देना।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार बोले यही खाना बच्चे रोज खाते हैं
#MP के स्कूलों में मध्यान्ह भोजन की हालत कैसी है, ये मंत्री जी की थाली और उनके चेहरे के भाव से समझा जा सकता है!
ये हैं #MP के ऊर्जा मंत्री @PradhumanGwl जिन्होंने ग्वालियर DRP लाइन के #PM_श्री_शासकीय_उच्चतर _माध्यमिक_विद्यालय में मध्यान्ह भोजन चखा!
वास्तव में चखा ही, खाया तो… pic.twitter.com/qCAD3PkAmW
— Umang Singhar (@UmangSinghar) September 19, 2024
प्रद्युम्न सिंह तोमर का ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने उनका ये वीडियो शेयर कर तीखा हमला बोला है। सिंघार ने एक्स पर लिखा- MP के स्कूलों में मध्यान्ह भोजन की हालत कैसी है, ये मंत्री जी की थाली और उनके चेहरे के भाव से समझा जा सकता है। गंदगी में बैठे मंत्री जी की भाव भंगिमाए बताती है कि मध्यान्ह_भोजन कितना पोषक (?) और गुणवत्ता वाला था। रोज बच्चे भी यहीं बैठते होंगे यही खाते होंगे।
जिला पंचायत CEO से ज़ाहिर की नाराज़गी
मंत्रीजी ने मध्यान्ह भोजन की खराब गुणवत्ता पर जिला पंचायत सीईओ से नाराजगी व्यक्त की। स्कूलों में परोसे जा रहे बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन की दुर्दशा देखकर उन्होंने तुरंत सुधार के लिए कहा। यह घटना अब सोशल मीडिया पर चर्चा में है, और लोग इसके बारे में वीडियो साझा कर रहे हैं।