हाइलाइट्स
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नवभारत प्रेस (भोपाल) की संपत्ति कुर्क
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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुआ था केस दर्ज
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15.76 करोड़ रुपए की घोखाधड़ी का मामला
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भोपाल के नवभारत प्रेस के खिलाफ कार्रवाई की है. ED की टीम ने गुरुवार (4 अप्रैल) को मेसर्स नवभारत प्रेस (भोपाल) (Nava Bharat) की सतना और सीहोर में स्थित 2.36 करोड़ कीमत की 10 प्रॉपर्टी कुर्क की हैं. नवभारत प्रेस के खिलाफ ईडी ने 30 मार्च को मामला दर्ज किया था.
ED की प्रेस रिलीज जारी कर किया खुलासा
ED द्वारा इस संबंध में जारी की गई है जिसमें बताया गया है कि भोपाल स्थित नवभारत प्रेस भोपाल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
कंपनी के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के तहत 30 मार्च 2024 को केस दर्ज किया गया था.
जिसमें अब मध्य प्रदेश के सतना और सीहोर में स्थित 10 प्रॉपर्टी जिनकी कीमत लगभग 2.36 करोड रुपए है, अटैच कर ली गई है.
4 संस्थाओं ने तैयार की थी चार्ज सीट
कंपनी के खिलाफ CBI, SPI, BS और FC ने चार्ज शीट तैयार की थी. इसी के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जांच शुरू की थी.
इसके बाद में मेसर्स नवभारत प्रेस भोपाल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और अब संपत्ति कुर्क की गई है.
इन मामलों में फंसे कंपनी के डायरेक्टर
नवभारत के डायरेक्टर सुमित महेश्वरी और अन्य लोगों ने 2004 में आधुनिक मशीनें खरीदने के लिए बैंक आफ महाराष्ट्र की गौतम नगर ब्रांच से लोन लिया था.
जिसके बाद उन्होंने लोन की राशि को नवभारत ग्रुप की दूसरी कंपनियों के कर्मचारियों के नाम पर रजिस्टर्ड दूसरी कंपनीयों के बैंक खातों में ट्रांसफर करा दिया था. इसमें डायरेक्टर ने बैंक के साथ 15.67 करोड रुपए की धोखाधड़ी की गई थी.
दूसरी कंपनी के लोन चुकाने में हुआ राशि का इस्तेमाल
ED की इन्वेस्टिगेशन में यह भी सामने आया की कंपनी ने मशीन खरीदने के लिए जो लोन लिया था. उस राशि का इस्तेमाल कंपनी के डायरेक्टर माहेश्वरी ने अपनी दूसरी कारपोरेट और पर्सनल देनदारियों का निपटारा करने के लिए किया.
जिसे ईडी ने राशि के दुरुपयोग का मामला माना. अब इसी इन्वेस्टिगेशन के दौरान कंपनी के सतना और सीहोर स्थित माहेश्वरी परिवार के सदस्यों के नाम पर 10 प्रॉपर्टी की पहचान कर अटैच कर लिया गया.