Advertisment

नवभारत प्रेस भोपाल पर ईडी की कार्रवाई: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 2.36 करोड़ की संपत्ति कुर्क, मशीनें खरीदने बैंक से लिए लोन का पर्सनल यूज किया

MP News: ED ने नवभारत प्रेस भोपाल प्राइवेट लिमिटेड की संपत्ति कुर्क की है. कंपनी पर बैंक के साथ 15 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप है.

author-image
Rohit Sahu
नवभारत प्रेस भोपाल पर ईडी की कार्रवाई: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 2.36 करोड़ की संपत्ति कुर्क, मशीनें खरीदने बैंक से लिए लोन का पर्सनल यूज किया

   हाइलाइट्स

  • नवभारत प्रेस (भोपाल) की संपत्ति कुर्क
  • मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुआ था केस दर्ज
  • 15.76 करोड़ रुपए की घोखाधड़ी का मामला
Advertisment

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भोपाल के नवभारत प्रेस के खिलाफ कार्रवाई की है. ED की टीम ने गुरुवार (4 अप्रैल) को मेसर्स नवभारत प्रेस (भोपाल) (Nava Bharat) की सतना और सीहोर में स्थित 2.36 करोड़ कीमत की 10 प्रॉपर्टी कुर्क की हैं. नवभारत प्रेस के खिलाफ ईडी ने 30 मार्च को मामला दर्ज किया था.

   ED की प्रेस रिलीज जारी कर किया खुलासा

ED द्वारा इस संबंध में जारी की गई है जिसमें बताया गया है कि भोपाल स्थित नवभारत प्रेस भोपाल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ कार्रवाई की गई है.

कंपनी के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के तहत 30 मार्च 2024 को केस दर्ज किया गया था.

Advertisment

जिसमें अब मध्य प्रदेश के सतना और सीहोर में स्थित 10 प्रॉपर्टी जिनकी कीमत लगभग 2.36 करोड रुपए है,  अटैच कर ली गई है.

   4 संस्थाओं ने तैयार की थी चार्ज सीट

कंपनी के खिलाफ CBI, SPI, BS और FC ने चार्ज शीट तैयार की थी. इसी के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जांच शुरू की थी.

इसके बाद में मेसर्स नवभारत प्रेस भोपाल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और अब संपत्ति कुर्क की गई है.

Advertisment

   इन मामलों में फंसे कंपनी के डायरेक्टर

नवभारत के डायरेक्टर सुमित महेश्वरी और अन्य लोगों ने 2004 में आधुनिक मशीनें खरीदने के लिए बैंक आफ महाराष्ट्र की गौतम नगर ब्रांच से लोन लिया था.

जिसके बाद उन्होंने लोन की राशि को नवभारत ग्रुप की दूसरी कंपनियों के कर्मचारियों के नाम पर रजिस्टर्ड दूसरी कंपनीयों के बैंक खातों में ट्रांसफर करा दिया था. इसमें डायरेक्टर ने बैंक के साथ 15.67 करोड रुपए की धोखाधड़ी की गई थी. 

यह भी पढ़ें: Jitu Patwari Targets BJP: जीतू पटवारी ने एमपी को क्यों कहा ‘कर्ज और क्राइम की राजधानी’, जानिए कर्ज और क्राइम के ये आंकड़े 

Advertisment

   दूसरी कंपनी के लोन चुकाने में हुआ राशि का इस्तेमाल

ED की इन्वेस्टिगेशन में यह भी सामने आया की कंपनी ने मशीन खरीदने के लिए जो लोन लिया था. उस राशि का इस्तेमाल कंपनी के डायरेक्टर माहेश्वरी ने अपनी दूसरी कारपोरेट और पर्सनल देनदारियों का निपटारा करने के लिए किया.

जिसे ईडी ने राशि के दुरुपयोग का मामला माना. अब इसी इन्वेस्टिगेशन के दौरान कंपनी के सतना और सीहोर स्थित माहेश्वरी परिवार के सदस्यों के नाम पर 10 प्रॉपर्टी की पहचान कर अटैच कर लिया गया.

Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें