भोपाल से दीपक द्विवेदी की रिपोर्ट| MP News: मध्य प्रदेश में भोपाल और इंदौर में कमिश्नरी प्रणाली लागू हुए 2 वर्ष से अधिक का समय हो चुका है। 10 दिसंबर 2021 में मध्य प्रदेश में दो शहरों में कमिश्नरी प्रणाली लागू हुई थी। कमिश्नरी प्रणाली इसीलिए लागू की गई थी ताकि अपराध में कमी आए। यदि हम पिछले दो वर्षों के आंकड़ों की बात करें तो इस वर्ष अपराधों में कमी आई है।
यदि हम भोपाल में 2022 और 2023 के 11 महीने के आंकड़े उठाते हैं तो 2023 में 2022 के मुकाबले कम अपराध हुए है।
गंभीर मामले जिनमें आई कमी
♦️ हत्या के मामले में 42% तक कमी आई
♦️ हत्या के प्रयास के मामले में 14% तक कमी आई
♦️ लूट के मामले में 38 प्रतिशत तक कमी आई
♦️ लूट के प्रयास के मामले में 50% तक कमी आई
♦️ नकबजनी के मामलों में 6% तक कमी आई
♦️ बलात्कार के मामले में 3 प्रतिशत तक कमी आई
भोपाल में 2022 में हत्या के मामलों की बात करें तो 48 हुई थी और 2023 में नवंबर तक घटकर 26 मामले सामने आए हैं। वहीं हत्या के प्रयास के मामले 2022 में 76और इस वर्ष घटकर 70 हो चुके हैं। चैन लूट के मामलों की बात करें तो 9से घटकर 6 हुए हैं।
बलात्कार की घटना में आई कमी
लूट के प्रयास की बात करें तो पिछले वर्ष 2 थे, तो इस वर्ष घटकर 1 हुआ है। नकबजनी की बात करें तो 529 से घटकर 496 हुई हैं। बलात्कार की घटना 330 से घटकर 306तक पहुंची है।
सादा चोरी की बात करें तो वर्ष 2022 में 565 थी, जो इस वर्ष बढ़कर 582 तक पहुंची है। इस तरह पिछले वर्ष के मुताबिक इस वर्ष अपराधों में कमी देखी गई है। डकैती की तैयारी के 2022 में 3 मामले दर्ज किए गए थे जो घटकर शून्य पर पहुंच चुके हैं।
अपहरण के मामले बढ़े
वाहन चोरी के मामले 1467 थे जो घटकर 1378 तक पहुंचे हैं। वहीं पशु चोरी के मामले 13 से 10 हुए हैं। तार चोरी के मामले 5 से 4 हुए हैं। अपहरण के मामले 541 से बढ़कर 566 हुए हैं। धन लाभ हेतु अपहरण के मामले 2022 में शून्य थे जो बढ़कर 3 हुए हैं।
बलवा के मामले 2022 में 24 थे, जो बढ़कर 25 हो गए हैं। वहीं राजधानी भोपाल में अन्य अपराध 10 हजार 861से घटकर 10 हजार 243 हो गए हैं।वहीं कुल अपराधों का आंकड़ा देखें तो 2022 में 14 हजार 527 थे, जो घटकर 13 हजार 770 तक आ गया है।
कार्रवाई के कारण अपराधों हुए कम
इधर पुलिस कमिश्नर का कहना है कि बाउंड ओवर की कार्यवाही का असर देखने को मिला है। जो प्रीवेंटिव एक्शन लिया जाता है, उसी के आधार पर अपराधियों के हौसले पस्त हुए हैं।
लगातार अपराधियों पर हो रही कार्रवाई के कारण अपराधों में कमी आंकी गई है। यदि हम प्रतिबंधात्मक कार्यवाही के आंकड़े की बात करें तो 2022 में धारा 110 में 2885 हुई थी, जो इस वर्ष कम होकर 1957 हुई है।
धारा 151 में वर्ष 2022 में 1065 मामले दर्ज हुए थे, जो इस वर्ष बढ़कर 2159 हुए हैं। धारा 107/116 में 12 हजार 600 मामले थे, जो बढ़कर 18 हजार 731 हुए हैं। वहीं धारा 145 में वर्ष 2022 में 28 और 2023 में 22 मामले दर्ज किए गए हैं।
रोकथाम के लिए उठाए कड़े कदम
जिला बदर की बात करें तो 2022 में 155 बदमाशों को जिला बदर किया गया था, जो इस वर्ष बढ़कर 230 किया गया है। NSA की कार्यवाही 2022 में 27 थी, जो इस वर्ष घटकर सिर्फ 9 हुई है। चोरी और नकबजनी पर विशेष फोकस किया गया है, इसीलिए उनके मामले भी इस वर्ष अन्य वर्षो के मुकाबले कम सामने आए हैं।
हमारा यही प्रयास रहेगा की जनता को फास्ट समस्याओं से रिलीफ मिले अब यह देखना होगा कि आगामी वर्ष में भोपाल पुलिस इन अपराधों की रोकथाम के लिए और भी क्या कड़े कदम उठाती है। गौरतलब है कि बीते दिन सीएम यादव ने आदतन अपराधियों पर धर पकड़ के लिए पुलिस को खुली छूट दी है।
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