भोपाल। कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई ने पुलिस पर शिक्षण नीतियों में विसंगतियों एवं बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निवास का बृहस्पतिवार को घेराव करने जा रहे भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (भाराछासं) के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने दावा किया कि इस लाठीचार्च में एक दर्जन भाराछासं के कार्यकर्ता घायल हो गए। हालांकि, भोपाल जोन के उप पुलिस महानिरीक्षक इरशाद वली ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज नहीं किया। उन्होंने कहा कि अगर उनके पास सबूत हैं तो उन्हें घायलों की तस्वीरें दिखानी चाहिए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुलिस ने उस वक्त लाठीचार्ज किया, जब लिंक रोड एक स्थित रेडक्रॉस अस्पताल के पास लगे बैरिकेड पर प्रदर्शनकारियों को रोके जाने पर कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर कुछ पत्थर फेंके। रेडक्रॉस अस्पताल मुख्यमंत्री निवास से करीब चार किलोमीटर दूर है। इसी बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘आदिवासी छात्रों की रुकी स्कालरशीप जारी करने एवं रोज़गार देने की मांग को लेकर एवं शिक्षा बचाओ-देश बचाओ अभियान के तहत आज मध्य प्रदेश के छात्रों ने एनएसयूआई के बैनर तले मुख्यमंत्री आवास के घेराव का कार्यक्रम आयोजित किया था।’’
– MP CONGRESS (@MPCONGRESS) 26 Nov 2021
छात्रों पर लाठीचार्ज का आरोप
कांग्रेस ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हजारों छात्रों पर शिवराज सरकार के इशारे पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इस लाठीचार्ज में कई छात्र एवं एनएसयूआई के पदाधिकारी घायल हुए हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, सरकार छात्रों को रोजगार तो दे नहीं रही, न उनकी मांग मान रही है लेकिन उन पर बर्बर तरीके से लाठियाँ जरूर बरसा रही है। यह सरकार का तानाशाही रवैया है। भाराछासं के कार्यकर्ता एवं छात्र ऐसे किसी दमन से झुकने वाले नहीं हैं। छात्र हित में उनका संघर्ष सतत जारी रहेगा।’’हबीबगंज पुलिस थाने के निरीक्षक बी एस प्रजापति ने बताया कि पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया। दरअसल, प्रदर्शनकारियों ने गिरफ्तारियां दीं । उन्होंने कहा कि उनकी संख्या की गणना की जा रही है।