MP News: रीवा में बीजेपी के विधायक और सांसद आपस में भिड़ गए। दरअसल सांसद जनार्दन मिश्रा के बयान से उनकी ही पार्टी के विधायक सिद्धार्थ तिवारी नाराज हो गए हैं। सांसद ने रीवा के पूर्व नेता श्रीनिवास तिवारी पर निशाना साधते हुए कहा था कि वे अपने जीवन में एक गड्ढा तक नहीं भरवा पाए थे, फिर भी उन्हें भगवान कहा जाता था। इस पर विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने कहा है कि अगर सांसद को मुझसे व्यक्तिगत दिक्कत है तो वे मुझे बताएं, मेरे स्वर्गीय दादा को टारगेट करना बंद करें। सांसद ने फिर से बयान दिया है और श्रीनिवास तिवारी को लूट और आतंक की राजनीति करने वाला व्यक्ति बताया है। इसी को लेकर विवाद हो रहा है। खुद बीजेपी के विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने अपनी ही पार्टी के सांसद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
सिद्धार्थ तिवारी ने जताई नाराजगी
मंगलवार को कांग्रेस ने भी सांसद जनार्दन मिश्रा के बयान पर नाराजगी जताई थी। अब त्योंथर सीट से भाजपा विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने इस बयान को निंदनीय और आपत्तिजनक बताया है। उन्होंने अपनी ही पार्टी के फोरम में इसकी शिकायत की है और कहा है कि सांसद का बयान उनके स्वर्गीय दादा श्रीनिवास तिवारी के लिए अपमानजनक है।
श्रीनिवास तिवारी को आतंक की राजनीति करने वाला बताया
बीजेपी के सांसद जनार्दन मिश्रा ने बीजेपी के ही विधायक सिद्धार्थ तिवारी के दादा श्रीनिवास तिवारी को आतंक, लूट, गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार की राजनीति करने वाला बता दिया। सांसद ने कहा कि श्रीनिवास तिवारी का पोता भाजपा में शामिल हो गया है, लेकिन भाजपा उनके पोते में मर्ज नहीं हुई है। इसलिए, पोते को बताना पड़ेगा कि उनके दादा ने क्या किया था। इस बयान से मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है।
विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने किया पलटवार
भाजपा विधायक सिद्धार्थ तिवारी अपनी ही पार्टी के सांसद के बयान से नाराज हैं क्योंकि वह कांग्रेस के कद्दावर नेता और मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष रहे श्रीनिवास तिवारी के पोते हैं। श्रीनिवास तिवारी रीवा के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक थे और उनकी गिनती आज भी होती है। सिद्धार्थ तिवारी हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
पार्टी फोरम तक पहुंच गई शिकायत
विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने सांसद जनार्दन मिश्रा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी व्यक्ति के दिवंगत होने के बाद उनके बारे में अभद्र टिप्पणी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सांसद का बयान निंदनीय है और उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि क्यों उन्हें टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई नाराजगी है तो सीधे उनसे बात करनी चाहिए। उन्होंने अपने दादा श्रीनिवास तिवारी के राजनैतिक जीवन और रीवा में किए गए कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने पार्टी फोरम में अपनी शिकायत दर्ज कराई है।