MP News: कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और बीजेपी के पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) के बल्ला कांड में आज MP MLA कोर्ट ने फैसला सुनाया है। कोर्ट ने 5 साल पहले एमजी रोड पुलिस थाने में दर्ज मामले में उन्हें बरी कर दिया है। आकाश विजयवर्गीय पर ने गंजी कंपाउंड क्षेत्र में जर्जर मकान को जमींदोज करने की कार्रवाई के दौरान उन्होंने नगर निगम के एक अधिकारी पर बल्ला चलाया था। इसका वीडियो भी सामने आया है। इस मामले में उन्हें बरी कर दिया गया। मामले में अन्य सभी 9 आरोपियों को भी बरी कर दिया गया है।
[su_youtubeurl=”https://youtu.be/mkyRk6e6JWk”autoplay=”No”]निगम अधिकारी ही बयान से पलटे
मामले की सुनवाई विशेष न्यायाधीश देवकुमार के सामने चल रही थी। इसी दौरान शिकायत दर्ज कराने वाले अधिकारी से जब कोर्ट ने बयान लिया तो अधिकारी ने अपने पुराने बयान को बदल दिया। आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाने वाले निगम अधिकारी ने कहा कि उन्होंने विजयवर्गीय को बल्ला चलाते हुए नहीं देखा, बल्कि उनके हाथ में बल्ला देखकर उनके खिलाफ रिपोर्ट लिखवाई थी। कोर्ट ने प्रकरण में सभी पक्षों को सुनने के बाद फैसले के लिए नौ सितंबर की तारीख तय की थी। अब आज इस मामले में कोर्ट ने सबूतों के आभाव और अधिकारी के बयान से पलटने को आधार मानकर आकाश विजयवर्गीय समेत सभी 10 आरोपियों को बरी कर दिया।
पीएम मोदी ने जताई थी नाराजगी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संसदीय दल की एक बैठक में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाश विजयवर्गीय का नाम लिए बिना कहा कि घमंड और दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यवहार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मोदी ने यह भी कहा कि किसी को भी मनमानी करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, चाहे वह किसी का भी बेटा हो। उन्होंने आकाश विजयवर्गीय के जेल से रिहा होने के बाद सम्मानित किए जाने पर भी नाराजगी व्यक्त की, यह पूछते हुए कि अगर एक विधायक कम हो जाएगा तो क्या होगा।